अमृतसर , दिसंबर 19 -- पंजाब आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक कुलदीप धालीवाल ने शुक्रवार को कहा कि बिक्रम सिंह मजीठिया की जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए 19 जनवरी की तारीख तय करके उच्चतम न्यायालय ने उन्हें एक बड़ा कानूनी झटका दिया है।

श्री धालीवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मजीठिया को न सिर्फ कानूनी बल्कि एक बड़ा राजनीतिक झटका भी लगा है। उनके अपने निर्वाचन क्षेत्र मजीठा में, जिसे शिरोमणि अकाली दल अपना गढ़ मानता था, लोगों ने जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनावों में उन्हें पूरी तरह से नकार दिया है। मजीठा में चार में से तीन जिला परिषद सीटें जीतकर आप ने अकाली दल के 50 साल के दबदबे को खत्म कर दिया है। ब्लॉक समिति में भी स्पष्ट बहुमत हासिल करना ऐतिहासिक है। उन्होंने आरोप लगाया कि तरनतारन और अमृतसर में अकाली दल ने गैंगस्टरों की मदद से चुनाव जीतने की कोशिश की, लेकिन पंजाब के शांतिप्रिय लोगों ने इस साजिश को नाकाम कर दिया।

उन्होंने कहा, "पिछली बार हमने माझा में 16 विधानसभा सीटें जीती थीं, लेकिन अब जिस तरह का जनसमर्थन मिल रहा है, आप 2027 में यहां 21 से ज़्यादा सीटें जीतेगी और एक नया रिकॉर्ड बनाएगी। पूरा पंजाब अब गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार से मुक्त शासन के साथ मजबूती से खड़ा है।"कांग्रेस पर निशाना साधते हुए श्री धालीवाल ने कहा कि प्रताप सिंह बाजवा और सुखजिंदर रंधावा जैसे बड़े नेता इस भ्रम में थे कि आम आदमी पार्टी माझा में कमजोर है। उन्होंने अपनी पूरी ताकत लगा दी, लेकिन आप ने कांग्रेस के घमंड को चूर-चूर कर दिया। कुल 79 ज़िला परिषद सीटों में से आप ने 58 सीटों पर शानदार जीत हासिल की है। उन्होंने जोर दिया कि इन चुनावों के नतीजे 2027 में फिर से आप की सरकार बनने का संकेत देते हैं।

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