नयी दिल्ली , दिसंबर 23 -- आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को वायु प्रदूषण पर लिखे गए पत्र की आलोचना की और इसे एक राजनीतिक कवायद बताया, ऐसे समय में जब राजधानी में वायु गुणवत्ता का स्तर गंभीर बना हुआ है।

आप नेताओं ने सवाल उठाया कि उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली मौजूदा दिल्ली सरकार से जवाबदेही मांगने के बजाय पूर्व मुख्यमंत्री को पत्र लिखना क्यों चुना। पार्टी ने आरोप लगाया कि यह कदम प्रदूषण संकट के प्रति मौजूदा प्रशासन की प्रतिक्रिया से ध्यान हटाने के उद्देश्य से उठाया गया है।

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने कहा कि राजधानी में बिगड़ते प्रदूषण के लिए तत्काल प्रशासनिक कार्रवाई की आवश्यकता है, न कि राजनीतिक बयानबाजी की। उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण की जिम्मेदारी मौजूदा सरकार की है और उन्होंने जीआरएपी प्रतिबंधों जैसे प्रदूषण नियंत्रण उपायों को लागू करने और हटाने से संबंधित हाल के निर्णयों पर सवाल उठाया।

श्री ढांडा ने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पिछले कई महीनों से प्रदूषण नियंत्रण के क्षेत्र में ठोस परिणाम देने में विफल रही है और दावा किया कि उपराज्यपाल का पत्र शासन संबंधी मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है। उन्होंने मीडिया से राजनीतिक बयानबाजी के बजाय नीतिगत परिणामों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।

आप प्रवक्ता घनेंद्र भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल के मुख्यमंत्री रहते हुए उपराज्यपाल अक्सर दिल्ली सरकार के फैसलों पर सवाल उठाते थे, लेकिन प्रदूषण से निपटने के लिए वर्तमान प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों पर वे काफी हद तक चुप रहे हैं।

उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री को लिखे पत्र को अनुचित करार देते हुए कहा कि इसे वर्तमान मुख्यमंत्री या पर्यावरण मंत्री को संबोधित करना चाहिए था।

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