भोपाल , अक्टूबर 16 -- मध्यप्रदेश को आदि कर्मयोगी अभियान के क्रियान्वयन में देश के शीर्ष पांच राज्यों में स्थान मिला है। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु शुक्रवार, 17 अक्टूबर को नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कॉन्क्लेव में मध्यप्रदेश को सम्मानित करेंगी। राज्य की ओर से यह सम्मान प्रमुख सचिव जनजाति कार्य श्री गुलशन बामरा ग्रहण करेंगे।

श्री बामरा इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में जनजातीय समुदाय के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए किए जा रहे नवाचारों पर प्रस्तुति भी देंगे। आदि कर्मयोगी अभियान में देश स्तरीय उत्कृष्ट जिलों में मध्यप्रदेश के बैतूल जिले को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही पीएम जनमन योजना में शिवपुरी को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया जाएगा। प्रदेश की उत्कृष्ट मास्टर ट्रेनर श्रेणी में सहायक शोध अधिकारी श्रीमती सारिका धौलपुरिया को भी सम्मान मिलेगा।

राज्य स्तरीय सुपर कोच और मास्टर ट्रेनर के रूप में उपायुक्त आदिवासी विकास श्री जे.पी. यादव को भी सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा एकीकृत जनजातीय विकास एजेंसियों बड़वानी, बैतूल और शिवपुरी को उल्लेखनीय गतिविधियों के लिए सम्मानित किया जाएगा।

धरती आबा जनभागीदारी अभियान में गुना, बुरहानपुर और विदिशा को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार मिलेगा।

प्रदेश में अब तक 14 हजार गांवों के विलेज एक्शन प्लान तैयार किए जा चुके हैं और ग्राम सभाओं से अनुमोदित भी हुए हैं। इन गांवों में 13 हजार से अधिक आदि सेवा केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनके माध्यम से आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, पीएम किसान, जनधन, जाति प्रमाण पत्र, किसान क्रेडिट कार्ड और राशन कार्ड जैसे आवश्यक दस्तावेज जारी किए गए हैं।

राज्य में 12 राज्य स्तरीय, 287 जिला स्तरीय और 12 हजार विकासखंड स्तरीय मास्टर ट्रेनर तैयार किए गए हैं। साथ ही संकुल स्तर पर 18,150 मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित हुए हैं।

जनजातीय कार्यों के क्रियान्वयन में सहायता के लिए 1.41 लाख आदि सहयोगी और 1.92 लाख आदि साथी सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं।

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