पटना , अक्टूबर 13 -- बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव आयोग और राज्य प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गये हैं।
मतदाताओं को प्रलोभन से बचाने के उद्देश्य से राज्यभर में प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से व्यापक निगरानी और गहन जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में अब तक 2514.21 लाख रुपये (25.14 करोड़ रुपये) मूल्य की वस्तुओं और नकद की जब्ती की जा चुकी है।
सोमवार को की गई प्रमुख जब्तियों में नकद 7.7 लाख, शराब 130.64 लाख, ड्रग्स/नशीले पदार्थ 68.6 लाख, कीमती धातुयें 20 लाख और फ्रीबीज/उपहार एवं अन्य वस्तुयें 39 लाख के विभिन्न सामान शामिल हैं. कुल जब्ती की राशि 246.23 लाख की रही।
चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाये रखने के लिये जिला प्रशासन, पुलिस, आबकारी विभाग, आयकर विभाग, नारकोटिक्स ब्यूरो, सीमा शुल्क और फ्लाइंग स्क्वॉड टीमों की ओर से लगातार संयुक्त कार्रवाई की जा रही है। सभी जिलों को निर्देश दिये गये हैं कि वे प्रत्येक शिकायत पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें और निगरानी व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनायें।
चुनाव के दौरान शांति और विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिये प्रशासन की ओर से कठोर कदम उठाये जा रहे हैं। इसके तहत अब तक 2,60,211 बंध-पत्रों का तामिला और विभिन्न अधिनियमों के तहत 556 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है.बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि चुनाव आयोग का उद्देश्य है कि हर मतदाता बिना किसी दबाव या प्रलोभन के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके। इसके लिये हर स्तर पर सख्ती बरती जा रही है।
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