नारायणपुर , नवंबर 07 -- छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर जिला परियोजना लाईवलीहुड कॉलेज में एक विशेष और प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सबसे खास दृश्य रहे वे आत्मसमर्पण कर चुके नक्सली युवक-युवतियाँ जिन्होंने इस आयोजन में भाग लेकर देशभक्ति और एकता का अद्भुत संदेश दिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरक संदेश के सामूहिक श्रवण से हुआ। इस अवसर पर सबसे खास रहे आत्मसमर्पण कर चुके पूर्व नक्सली युवक-युवतियाँ, जिन्होंने इस आयोजन में भाग लेकर देशभक्ति और एकता का अद्भुत संदेश दिया।

कार्यक्रम के दौरान सभी आत्मसमर्पित युवाओं ने अन्य प्रतिभागियों के साथ वंदे मातरम का सामूहिक गायन किया। उनके जोशीले स्वरों से पूरा परिसर देशभक्ति, एकता और राष्ट्रीय गर्व की भावना से गूंज उठा। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शक संदेश को सुनकर युवाओं में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार हुआ। यह संदेश उन्हें न केवल राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करता है, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की भावना भी जगाता है।

इस आयोजन का उद्देश्य आत्मसमर्पित युवाओं को मुख्यधारा में जोड़ना, आत्मनिर्भरता की राह दिखाना और सम्मानजनक जीवन की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना था। वंदे मातरम के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि यह गीत भारत की स्वतंत्रता, एकता और जनशक्ति का प्रतीक है, जिसने आज भी हर भारतीय के हृदय में देशप्रेम की लौ जलाए रखी है।

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