लखनऊ , अक्टूबर 8 -- उत्तर प्रदेश के कबीना मंत्री व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बुधवार को कहा कि जेल से जमानत पर छूटे आजम खान से मुलाकात करना सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की राजनीतिक मजबूरी है।

राजभर ने कहा कि जेल में रहने के दौरान 23 महीने तक अखिलेश ने आजम से एक बार भी मिलने नहीं गए, लेकिन जेल से बाहर आने के बाद उन्हें याद आ गए। उन्होने आरोप लगाया कि आजम खान की शर्त थी कि अखिलेश उनके घर जाकर नाक रगड़ें, और रामपुर जाकर अखिलेश ने यह राजनीतिक मजबूरी स्वीकार की। यह दर्शाता है कि आजम खान की सपा में प्रभाव अब भी बरकरार है और अखिलेश को डर सता रहा है कि कहीं आजम खान और शिवपाल सिंह यादव मिलकर कोई राजनीतिक खेल न कर दें।"उन्होने कहा कि आजम ने मुलाकात में यह साफ कर दिया कि उनकी पत्नी और बेटे से अब अखिलेश की मुलाकात नहीं होगी, जो परिवार और राजनीति में दरार का संकेत है। राजभर ने इस स्थिति को फिल्म शोले के डायलॉग "तेरा क्या होगा अखिलेश" से भी जोड़ा, यह संकेत देते हुए कि अब अखिलेश कमजोर स्थिति में हैं और आजम जैसे वरिष्ठ नेता की जरूरत महसूस हो रही है।

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