पटना , अक्टूबर 15 -- बिहार विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया को निष्पक्ष, स्वतंत्र और भयमुक्त बनाये रखने के उद्देश्य से चुनाव आयोग की ओर से सभी जिलों को कड़े निर्देश जारी किये गये हैं, जिसके तहत प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से राज्यभर में व्यापक स्तर पर निगरानी एवं जांच अभियान चलाया जा रहा है।
चुनाव आयोग की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, बुधवार की कार्रवाई में नकद राशि- 10 लाख, शराब- 78.7 लाख, ड्रग्स या नशीले पदार्थ- 25 लाख, कीमती धातु- 20 लाख और फ्रीबीज- 15 लाख मुख्य रहे। कुल जब्ती 128.4 लाख रुपये (1.28 करोड़ रुपये) की रही।
वहीं आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक कुल 3714 लाख (37.14 करोड़) मूल्य की सामग्री जब्त की जा चुकी है, जिसमें नकद राशि- 215 लाख, शराब- 1611.588 लाख, ड्रग्स या नशीले पदार्थ- 669.6 लाख, कीमती धातु- 494 लाख और फ्रीबीज- 723.7 लाख शामिल रहे।
चुनावी माहौल में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये अवैध हथियारों और विस्फोटकों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई हुई है। अब तक 221 अवैध हथियार जब्त किये गये हैं। साथ ही 1487 कारतूस, पांच विस्फोटक सामग्री, 14 अवैध हथियार निर्माण केंद्रों पर छापेमारी, 33.3 प्रतिशत लाइसेंसी हथियार जमा कराये गये, 798 हथियार के लाइसेंस रद्द किये गये और 669 लाइसेंसी हथियार जब्त किये गये।
यह अभियान लगातार जारी है और सभी जिलों को भयमुक्त मतदान सुनिश्चित करने के लिये कृतसंकल्पित बताया गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने सभी जिलों को सख्त निर्देश जारी किये हैं कि प्रत्येक शिकायत पर त्वरित कार्रवाई हो और निगरानी तंत्र को और अधिक सशक्त बनाया जाये।
आयोग का स्पष्ट कहना है कि उसका उद्देश्य है कि हर मतदाता बिना किसी लालच या दबाव के स्वतंत्र रूप से अपना वोट डाल सके। इसके लिये फ्लाइंग स्क्वॉड, आयकर विभाग, आबकारी, नारकोटिक्स, कस्टम, पुलिस और अन्य एजेंसियां निरंतर निगरानी में जुटी हैं।
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