चेन्नई , नवम्बर 05 -- तमिलनाडु में अभिनेता से नेता बने विजय की राजनीतिक पार्टी तमिलगा वेत्री कषगम (टीवीके) ने बुधवार को ऐलान किया कि वह 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों में किसी भी दल से गठबंधन किए बिना, अलग मोर्चा बनाकर चुनावी मैदान में ताल ठोंकेगी।
यह ऐलान मामल्लपुरम में पार्टी की विशेष महासभा बैठक में किया गया। इसमें जब पार्टी संस्थापक विजय को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया तो वहां मौजूद हजारों कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की।
इस फैसले से विपक्षी अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) को गहरा झटका लगा है, जिसने हाल ही में टीवीके को अपने गठबंधन में शामिल होने का खुला न्यौता दिया था। करूर में 27 सितंबर को हुई भगदड़ हादसे के बाद, श्री विजय की यह पहली आम मौजूदगी थी। उस हादसे में 41 लोगों की मौत हो गई थी।
बैठक में यह भी यह साफ कर दिया गया कि गठबंधन से जुड़ा कोई भी फैसला श्री विजय ही लेंगे। वे पहले ही जाहिर कर चुके हैं द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) उनकी सियासी दुश्मन है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उनकी वैचारिक शत्रु।
श्री विजय ने अपने भाषण में मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन पर भी निशाना साधा और कहा कि कोई भी ताकत टीवीके की रफ्तार को नहीं रोक सकती, क्योंकि जनता का समर्थन ही पार्टी की असली ताकत है।
बैठक में कुछ प्रस्ताव भी पारित किए गए। इन प्रस्तावों में निर्वाचन आयोग से मतदाता सूची के विशेष संशोधन को रोकने की मांग की गई, ताकि योग्य मतदाता अपने अधिकार से वंचित न हों। एक अन्य प्रस्ताव में केंद्र और राज्य सरकार, दोनों की आलोचना की गई कि वे मछुआरों की समस्या का स्थायी हल नहीं निकाल सके। ये मछुआरे अक्सर ही श्रीलंका नौसेना के हमलों और गिरफ्तारी का सामना करते हैं।
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