आगरा , अक्टूबर 04 -- आगरा में उटंगन नदी में डूबे सात लोगों की तलाश के लिए अब पानी रोकने का काम शुरू किया गया है। उटंगन नदी पर तीन स्तर पर पानी रोका जा रहा है। मिट्टी डाल कर पानी रोका जा रहा है, इसके अलावा बोरी में मिट्टी भर कर नदी में डाला जा रहा है। नदी का पानी रोकने के साथ साथ नदी के किनारे पर एक वैकल्पिक रास्ता बनाया जा रहा है जिससे पानी दूसरी तरफ निकल जाए। इस पूरी कवायद को अंजाम देने के लिए छह जेसीबी मशीनें लगीं हुईं हैं। इसके अलावा गांव वाले भी मदद में जुट हैं। नदी का पानी जब पूरी तरह से रुक जाएगा। उसके बाद खुदाई करके लापता लोगों की तलाश की जायेगी। सेना के जवान के साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें इस मिशन में जुटी हुईं हैं। स्थानीय पुलिस और पीएसी के जवान भी लगातार जुटे हुए हैं।
गौरतलब है कि दो अक्टूबर को खेरागढ़ इलाके के खुशियांपुर गांव के रहने वाले कुछ लोग उटंगन नदी में मूर्ति विसर्जन करने के लिए गए थे। मूर्ति विसर्जन के दौरान 13 लोग नदी के पानी में डूब गए थे। रेस्क्यू करके गोताखोरों ने अब तक पांच शवों को नदी से निकाला गया है। मृतकों का अंतिम संस्कार भी हो गया। एक व्यक्ति का अस्पताल में इलाज चल रहा है। नदी के पानी में लापता सात लोगों की तलाश अभी भी जारी है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित