नयी दिल्ली , सितंबर 24 -- ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने दूरसंचार क्षेत्र में ''मजबूत कारोबार और वित्तीय अवसंरचना'' को देखते हुए भारती एयरटेल की रेटिंग बढ़ाकर 'बाय' कर दी है और रिलायंस जियो का वैल्यूएशन दो साल में बढ़कर 148 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान जताया है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने शुक्रवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि दूरसंचार क्षेत्र में प्रीमियम सेवाओं का विस्तार हो रहा है जिसे 5जी के आने के बाद गति मिल रही है। इस क्षेत्र में फिक्स्ड ब्रॉडबैंड, वैल्यू एडेड सेवाओं और डेटा सेंटर जैसे इंटरप्राइज ऑफरों के साथ एप्लिकेशनों का दायरा भी बढ़ रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दूरसंचार क्षेत्र को अतिरिक्त गति प्रदान करने वाले दो महत्वपूर्ण कारक हैं - पहला, रिलायंस जियो अपने टेक्नोलॉजी स्टैक के मौद्रीकरण के लिए वैश्विक बाजार की तरफ मुड़ रहा है जहां बड़े अवसर हैं, और दूसरा, भारती एयरटेल क्लाउड और सॉफ्टवेयर सेवाओं में साझेदारी बना रही है।
ब्रोकरेज कंपनी का कहना है कि उसने भारती एयरटेल की रेटिंग 'बाय' कर दी है और संभावना जतायी है कि उसके शेयर 2,400 रुपये तक पहुंच सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि भारती एयरटेल का शेयर आज 0.77 प्रतिशत की बढ़त के साथ 2,023 रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
रिलायंस जियो के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी इक्विटी वैल्यू सितंबर 2027 तक 148 अरब डॉलर पर पहुंच सकती है। इसमें कहा गया है कि रिलायंस जियो के अगले साल की पहली छमाही में शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने की उम्मीद है।
ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि भारती एयरटेल का पूंजीगत निवेश पर रिटर्न पिछले वित्त वर्ष के 14.2 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 2027-28 में 28.4 प्रतिशत पर पहुंच जायेगा। इन तीन वर्षों में रिलायंस जियो का पूंजीगत निवेश पर रिटर्न 14.3 फीसदी से बढ़कर 21.4 फीसदी हो जायेगा।
उसने कहा है कि फिक्स्ड ब्रॉडबैंड से प्राप्त राजस्व की औसत सालान वृद्धि दर इन तीन वर्षों में 15.4 प्रतिशत रहेगी। इसके अलावा फिक्स्ड ब्रॉडबैंड के कारण कंटेंट सृजन और स्टोरेज की मांग बढ़ेगी जो फिक्स्ड ब्रॉडबैंड से प्राप्त कुल राजस्व में 50 प्रतिशत का योगदान दे सकती है।
कंपनियों द्वारा क्लाउड, साइबर सिक्योरिटी, आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) जैसी डिजिटल सेवाओं को अपनाये जाने से इंटरप्राइज कारोबार तेजी से बढ़ रहा है।
रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि पर्प्लेक्सिटी, गूगल और अन्य टेक कंपनियों में हाल में भारतीय एयटेल के साथ तथा मेटा, गूगल और दूसरी कंपनियों ने रिलायंस जियो के साथ क्लाउड सेंटर तथा नेटवर्किंग के लिए समझौते किये हैं। ये सभी तथ्य दूरसंचार क्षेत्र के मजबूत भविष्य की ओर इशारा करते हैं।
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