रुड़की/देहरादून , नवम्बर 27 -- उत्तराखंड के रुड़की स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) ने गुरुवार को "ए नॉवल टेस्ट स्टैंड एंड मैथिड टू मैस़र द बर्निंग रेट ऑफ फ्लेमेबल लिक्विड" शीर्षक वाली एक नई तकनीक को सफलता से स्वान इनंवायरमेंटल प्राईवेट लिमिटेड, हैदराबाद स्थित एक प्रमुख पर्यावरण निगरानी समाधान कंपनी, को हस्तांतरित किया।
आईआईटी रूड़की के प्रो. के. बी. मिश्रा और अंकित शर्मा द्वारा विकसित यह आविष्कार ज्वलनशील द्रवों की अधिकतम बर्निंग रेट को सटीक रूप से मापने के लिए एक नया परीक्षण तंत्र और विधि प्रदान करता है। यह स्वदेशी रूप से विकसित प्रणाली परीक्षण के दौरान वास्तविक सीमा स्थितियों को बनाए रखती है, जिससे वास्तविक आकार के भंडारण टैंकों में होने वाली जलन दर को अधिक सटीक रूप से मापा जा सकता है। यह नवाचार औद्योगिक सुरक्षा मानकों में महत्वपूर्ण सुधार करेगा, आग से आवश्यक सुरक्षित दूरी निर्धारित करने में मदद करेगा, और लोगों एवं अवसंरचना को होने वाले संभावित नुकसान को कम करेगा।
आईआईटी के आविष्कारक प्रो. केबी मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि इस आविष्कार के पीछे हमारा उद्देश्य ज्वलनशील द्रवों और गैसों के यथार्थ परिस्थितियों में जलन व्यवहार को सटीक रूप से मापने में लंबे समय से मौजूद कमी को दूर करना था। यह टेस्ट स्टैंड प्राधिकरणों और उद्योगों को सुरक्षित परिचालन प्रोटोकॉल विकसित करने और फायर सेफ्टी अभियांत्रिकी प्रथाओं को बेहतर बनाने में सक्षम बनाएगा।
स्वान इनंवायरमेंटल प्राईवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विजय कुमार चलदावड़ा ने कहा कि यह आविष्कार स्वान के मिशन के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य अत्याधुनिक पर्यावरणीय और सुरक्षा समाधान प्रदान करना है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह तकनीक हमारी औद्योगिक सुरक्षा और जोखिम मूल्यांकन क्षमताओं को और मजबूत करेगी।
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