बीजापुर/विजयवाड़ा , नवंबर 19 -- आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बॉर्डर इलाके में सुरक्षा एजेंसियों ने एक संयुक्त ऑपरेशन में बड़ी सफलता हासिल की है। विभिन्न जिलों में चलाए गए विशेष अभियान के दौरान हिड़मा बटालियन से जुड़े करीब 50 नक्सलियों को आंध्र प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किये गये नक्सली बीजापुर, सुकमा और नारायणपुर के रहने वाले हैं।

पुलिस ने बुधवार को बताया कि नक्सलियों के कब्जे से पिस्टल, रिवॉल्वर, डबल बोर की बंदूकें और 31 कंट्री मेड हथियार बरामद किया गया है। आंध्र प्रदेश के कृष्णा, एलुरु, काकीनाडा और एनटीआर आदि जिलों से यह गिरफ्तारियां की गयी है।

आंध्र प्रदेश पुलिस की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, सारी गिरफ्तारियां खुफिया सूचनाओं के आधार पर की गई है और इस सफलता में बहुत से पुलिस एवं सुरक्षा संगठनों का योगदान है। इन नक्सलियों में सीनियर माओवादी नेता, लॉजिस्टिक विशेषज्ञ, हथियार प्लाटून के सदस्य शामिल हैं। सभी नक्सली साउथ बस्तर दंडकारण्य नेटवर्क का हिस्सा हैं। गिरफ्ता किये गये 50 नक्सलियों में से तीन नक्सली जोनल कमेटी सदस्य हैं।

आंध्र प्रदेश पुलिस ने इन सभी 50 नक्सलियों को मीडिया के सामने पेश करके बरामद हथियारों आदि की जानकारी दी है।

सूत्रों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों की ओर से चलाए जा रहे 'कगार ऑपरेशन' के दबाव में कई नक्सली सीमावर्ती आंध्र प्रदेश के जंगलों में एकत्रित हुए थे। पुलिस का कहना है कि छत्तीसगढ़ में बढ़ती घेराबंदी और लगातार हो रही मुठभेड़ से बचने के प्रयास में ये नक्सली आंध्र प्रदेश के सुरक्षित समझे जाने वाले इलाकों में पनाह लेने की कोशिश कर रहे थे लेकिन वहां के सुरक्षाबलों ने पहले से मिली जानकारी के आधार पर गिरफ्तारी अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और संचार उपकरण भी बरामद किए हैं।

गौरतलब है कि मंगलवार को बस्तर रेंज के आईजी पी सुंदरराज ने कहा, "नक्सलियों के समक्ष आत्मसमर्पण ही अंतिम रास्ता है, आम लोगों को सुरक्षित रखने के लिए नक्सल प्रभावित जिलों की पुलिस बेहद सक्रिय है नक्सलियों को यह मुगालता नहीं पालना चाहिए कि वो लोग भागकर, छिपकर बच सकते हैं। नक्सली आत्मसमर्पण वर्ना यह कड़ी कार्रवाई के दौरान उनके मुठभेड़ के दौरान मौतों की ही संभावना है।"आंध्र प्रदेश पुलिस ने इस सफलता का श्रेय डीजीपी हरीश कुमार गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महेश कुमार लाडा, एसआईबी प्रमुख रामाकृष्ण को दिया है, साथ ही बताया गया कि पूरी सफलता में राज्य पुलिस की खुफिया शाखा और कमिश्नर ऑफ पुलिस का भी योगदान है।

यह कार्रवाई हाल ही में आंध्र प्रदेश के मारेदुमल्ली जंगलों में हुई मुठभेड़ के बाद नक्सली गतिविधियों पर बढ़े दबाव का हिस्सा मानी जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि आने वाले दिनों में और भी महत्वपूर्ण खुलासे होने की संभावना है।

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