रायपुर , अक्टूबर 07 -- छत्तीसगढ़ के जंगल सफारी में उपचाराधीन अस्वस्थ बाघ को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जामनगर (गुजरात) स्थित ग्रीन्स जूलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में आज वन मंत्री केदार कश्यप और वन विभाग के अधिकारियों ने आवश्यक तैयारियों का जायजा लिया।
वन विभाग के अनुसार, बाघ की सेहत में सुधार न होने पर उसे विशेषज्ञ पशुचिकित्सकों की निगरानी में जामनगर रवाना किया जा रहा है, जहाँ उसका सघन उपचार किया जाएगा। यह निर्णय पशु के बेहतर स्वास्थ्य और दीर्घकालिक पुनर्वास को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
ग्रीन्स जूलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर देश के प्रमुख वन्यजीव उपचार केंद्रों में से एक है जहाँ दुर्लभ और घायल वन्यजीवों का अत्याधुनिक उपकरणों से इलाज किया जाता है।
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