गुवाहाटी , नवंबर 27 -- असम डॉन बॉस्को विश्वविद्यालय (एडीबीयू) और असम टी प्लांटर्स एसोसिएशन (एटीपीए) ने चाय की खेती में संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं, अकादमिक आदान-प्रदान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
एटीपीए के सचिव अंजन भुइयां ने कहा, "यह सहयोग हमें चाय की गुणवत्ता और उत्पादकता में सुधार के लिए अत्याधुनिक अनुसंधान और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में सक्षम बनाएगा। साथ ही, पौधे रोपने वाले श्रमिकों के लिए टिकाऊ पद्धतियों और कल्याणकारी पहलों को बढ़ावा देगा।"श्री भुइंया ने कहा कि इस साझेदारी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता, 'आणविक जीव विज्ञान', और 'ट्रांसक्रिप्टोमिक प्रोफाइलिंग' का उपयोग करके रोग-प्रतिरोधी चाय किस्मों को विकसित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार, ड्रोन-आधारित कीटनाशक निगरानी, ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों के साथ मशीनरी का आधुनिकीकरण करने पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
श्री भुइयां ने कहा, "एडीबीयू के साथ यह साझेदारी चाय उद्योग के लिए नए रास्ते खोलेगी, जिससे हम प्रतिस्पर्धी बने रहेंगे। साथ ही, इस क्षेत्र में कुछ स्थिरता भी हासिल की जा सकेगी।" उन्होंने कहा कि इस सहयोग से शिक्षा जगत और उद्योग जगत दोनों को लाभ होने की उम्मीद है। इससे चाय क्षेत्र में व्यावहारिक अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
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