गुवाहाटी , दिसंबर 25 -- असम क्रिश्चियन फोरम (एसीएफ) ने पुलिस से गुरुवार को कहा कि नलबाड़ी के पनिगांव गांव स्थित सेंट मैरी स्कूल में क्रिसमस की तैयारियों में तोड़फोड़ करने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की जाए।

फोरम ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बुधवार को एक संगठन द्वारा क्रिसमस की तैयारियों में तोड़फोड़ और स्थानीय दुकानों से उत्सव के सामानों को नष्ट किए जाने पर गहरा दुख और क्षोभ व्यक्त किया है।

फोरम ने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे वीडियो में अपराधियों की स्पष्ट रूप से पहचान की जा सकती है, जिन्होंने दुकानों को निशाना बनाने के साथ-साथ स्कूल के बैनर और पोस्टर फाड़ दिए और उन्हें जला दिया।

असम क्रिश्चियन फोरम के प्रवक्ता एलन ब्रुक्स ने कहा, "पुलिस को स्वत: संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए और उन सभी अपराधियों की त्वरित पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए, जो सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो में साफ तौर पर दिखाई दे रहे हैं।"श्री ब्रुक्स ने कहा कि यह कृत्य धार्मिक भावनाओं को आहत करता है, नफरत फैलाता है और अनुच्छेद 25 के तहत धर्म की स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करता है, जिससे असम की शांति और सद्भाव को खतरा पैदा होता है।

एसीएफ ने स्पष्ट रूप से इस घटना की निंदा की और कानून की उचित प्रक्रिया का कड़ाई से पालन करने की मांग की, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने और न्याय प्रणाली में विश्वास बहाल करने के लिए अनुकरणीय सजा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए राज्य भर में पूजा स्थलों और धार्मिक आयोजनों के लिए सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग की।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित