नयी दिल्ली , नवंबर 12 -- संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अष्टलक्ष्मी दर्शन युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों के साथ बुधवार को वर्चुअल माध्यम से बात की और इन छात्रों को 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।
श्री सिंधिया से बातचीत के दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास सचिव, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास संयुक्त सचिव और राजीव गांधी विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति तथा कुलसचिव भी उपस्थित थे।
सरकार का पूर्वोतर में अष्टलक्ष्मी दर्शन एक युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम है जिसे राष्ट्रीय एकता को बढ़ाने और विभिन्न क्षेत्रों में देश के युवाओं के बीच संबंधों को मज़बूत करने के लिए तैयार किया गया है। योजना के तहत गोवा और उत्तराखंड के छात्र अष्टलक्ष्मी दर्शन के अंतर्गत अरुणाचल प्रदेश की यात्रा पर हैं। इनमें कुल 39 छात्र हैं जिनमें 19 गोवा से और 20 उत्तराखंड से थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम की संकल्पना में लड़के और लड़कियों की समान भागीदारी सुनिश्चित करना है। उन्होंने अष्टलक्ष्मी दर्शन को एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत एक विशिष्ट सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान पहल बताया। यह कार्यक्रम छात्रों को क्षेत्र की भाषाओं, परंपराओं, पर्यावरण और सामुदायिक जीवन को अनुभव करने का अवसर प्रदान करता है।
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