सहारनपुर , नवंबर 22 -- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद में अपने घरों को लौटे फरीदाबाद स्थित अला-फलाह विश्वविद्यालय के कई छात्रों ने पुलिस प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
सफेदपोश माड्यूल्स के फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी को अड्डा बनाकर आतंकी गतिविधियों का संचालन करने और आतंक के इस नए माड्यूल्स में शिक्षित वर्ग के खासतौर से चिकित्सकों और इंजीनियरों की भर्ती करने के बाद अअनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आशीष तिवारी ने शनिवार को इस संबंध में बताया कि उन्होंने स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) को निर्देश दिए हैं कि वह जल्द से जल्द लौटे छात्रों का पूरा आंकड़ा तैयार करें और उन छात्रों पर लगातार निगाह रखने का काम किया जाए और संदेह होने पर पूछताछ की जाए।
गौर तलब है कि सहारनपुर के अंबाला रोड़ स्थित फैजान मेडिकेयर सुपर स्पेशियलिटी होस्पीटल में कार्यरत श्रीनगर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड़ निवासी डा0 अदिल मजीद राथर की छह नवंबर को श्रीनगर पुलिस द्वारा हुई गिरफ्तारी के बाद डाक्टरों के इस नए आतंकी माड्यूल का खुलासा हुआ और उनके द्वारा दी गई सूचनाओं पर कश्मीर पुलिस ने चिकित्सकों की धरपकड़ की। इनकी गतिविधियों का प्रमुख केंद्र फरीदाबाद की अल-फला यूनिवर्सिटी निकली।
डा0 अदिल की गिरफ्तारी से कबूलनामों की कड़ी शुरू हो गई। गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है। अल-फलाह विश्वविद्यालय के संस्थापक और प्रमुख जावद अहमद सिद्दिकी को खुफिया एजेंसियां गिरफ्तार कर चुकी हैं और इस यूनिवर्सिटी को फिलहाल बंद कर दिया गया है। जिससे उसमें पढ़ाई करने वाले छात्र बड़ी संख्या को अपने अपने घरों को लौट आए हैं और कुछ छात्र लौटने की प्रक्रिया में हैं।
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