जयपुर , अक्टूबर 07 -- राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को टोंक जिले की अलीगढ़ पंचायत समिति में जेटीए (संविदाकर्मी) विक्रम कुमावत को एक मामले में 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

ब्यूरो की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि एसीबी की टोंक इकाई को परिवादी ने शिकायत की कि उसके पिताजी के नाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत वर्ष 2022-2023 में खेत पर मेंढबन्दी, तालाब की पाल मिट्टी बालना, बागवानी, पशु आश्रय निर्माण कार्य के लिए स्वीकृत हुआ था। जिसमे से कुछ कार्य हो चुका है तथा कुछ कार्य शेष है। 16 से 30 सितंबर तक हुये कार्य की मस्टरोल भरी जा चुकी थी. लेकिन श्री कुमावत द्वारा माप पुस्तिका (एम.बी.) भरने की एवज में 18 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की जा रही है।

श्रीमती श्रीवास्तव ने बताया कि इसके बाद एसीबी टीम के गत तीन अक्टूबर को सत्यापन के दौरान आरोपी द्वारा 18 हजार रूपये रिश्वत राशि की मांग कर परिवादी के कम करने की कहने पर 15 हजार रुपये रिश्वत की मांग की जाकर रिश्वत राशि देने पर परिवादी का काम करने की बात कही गई।

इस पर एसीबी टीम ने ट्रेप कार्यवाही करते हुए आरोपी विक्रम कुमावत को मंगलवार को परिवादी से 15 हजार रूपये रिश्वत राशि प्राप्त कर परिवादी को खर्च के लिए 500 रूपये रिश्वत राशि में से लौटाये गये। इस दौरान आरोपी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी से पूछताछ तथा कार्यवाही जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा ।

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