अलवर , अक्टूबर 27 -- राजस्थान में अलवर के जिला परिषद सभागार में सोमवार को आयोजित जिला परिषद की बैठक में इस बार अनोखा विरोध देखने को मिला।
बैठक शुरू होते ही कोरम पूरा न होने के कारण इसे आगामी तारीख तक स्थगित कर दिया गया, लेकिन इससे पहले हंगामेदार माहौल ने सभी का इस ओर ध्यान खींचा । बैठक के दौरान जिला पार्षद जगदीश जाटव हाथ में कटोरा लेकर पहुंचे। उन्होंने सरकार के वायदों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जनता और प्रतिनिधि दोनों ही परेशान हैं, लेकिन सरकार केवल दावे कर रही है, जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हो रहा।
श्री जाटव ने कटोरे को प्रतीक बनाकर कहा, " हमें भीख नहीं, अधिकार चाहिए लेकिन सरकार ने हमें इस स्थिति में खड़ा कर दिया है। "इसी दौरान फौलादपुरिया गांव के पार्षद संदीप ने प्याज की माला लेकर जिला परिषद की बैठक में प्रवेश किया। उन्होंने कहा कि प्याज के दामों में गिरावट के कारण किसान बुरी तरह आर्थिक संकट में फंसे हुए हैं, लेकिन सरकार इस गंभीर समस्या को नजरअंदाज कर रही है। संदीप ने जिला प्रमुख को प्याज की माला पहनाने की कोशिश भी की, लेकिन जिला प्रमुख ने माला पहनने की बजाय हाथ में पकड़कर उनका ज्ञापन स्वीकार किया। साथ ही आश्वासन दिया कि इस मुद्दे को आगे तक पहुंचाया जाएगा।
प्याज संकट को लेकर रामगढ़ के प्रधान एवं एडवोकेट नसरू खान भी सामने आये। उन्होंने कहा कि किसानों की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। यदि सरकार ने इस बार प्याज की समस्या पर ध्यान नहीं दिया, तो स्थिति और अधिक भयावह हो जाएगी। उन्होंने किसान हित में तत्काल प्रभाव से ठोस कदम उठाने की मांग की। कोरम पूरा न होने के कारण बैठक भले ही स्थगित हो गयी हो, लेकिन इस विरोध प्रदर्शन ने स्पष्ट कर दिया है कि किसान और जनप्रतिनिधि अब अपनी समस्याओं को लेकर ज्यादा मुखर हैं और सरकार को जल्द फैसले लेने होंगे। जिला प्रमुख बलवीर सिंह छिल्लर ने सात नवम्बर को बैठक रखने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा जो भी अधिकारी नहीं आये हैं, अगर उस दिन भी नहीं आये, तो नोटिस दिया जाएगा। बैठक अब आगामी सात नवंबर को होगी।
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