इटानगर , दिसंबर 21 -- अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (अवकाश प्राप्त) के टी परनायक ने एनसीसी कैडेटों से कहा है कि वे सोच और काम दोनों में 'राष्ट्र प्रथम' की भावना अपनायें। उन्होंने यह भी कहा कि देश की सच्ची सेवा चरित्र, प्रतिबद्धता और जिम्मेदारी से शुरू होती है।

विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के मौके पर शनिवार को राज्यपाल ने जोलांग स्थित हिमालयन विश्वविद्यालय परिसर में संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (सीएटीसी)-134 में राज्य के अलग-अलग संस्थानों के एनसीसी कैडेटों से बातचीत कर रहे थे।

कुल 272 एनसीसी कैडेट एनसीसी समूह मुख्यालय, तेजपुर की देखरेख में एक अरुणाचल प्रदेश बटालियन एनसीसी की ओर से आयोजित 10-दिवसीय शिविर में हिस्सा ले रहे हैं।

कैडेटों की हौसलाअफजाई करते हुए राज्यपाल ने उनसे अनुशासन, दृढ़ संकल्प, लगन और स्व प्रेरणा के ऊंचे मानदंड बनाये रखकर अपनी किस्मत का मालिक बनने का आग्रह किया। उन्होंने उनसे अपनी जड़ों, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और देश पर गर्व करने और राष्ट्रीय एकता और प्रगति में सार्थक योगदान देते हुए निडर और मकसद वाली जिंदगी जीने का आह्वान किया।

कैडेटाें को हिम्मत और दृढ़ता के साथ चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल परनाइक ने उदाहरण पेश कर नेतृत्व करने और बेहतरीन बनने की कोशिश में अटल रहने के महत्व पर बल दिया।

राज्यपाल ने एनसीसी स्टॉल का भी निरीक्षण किया और एक अरुणाचल प्रदेश बटालियन एनसीसी की उपलब्धियों को दिखाने वाले डिस्प्ले की तारीफ की। उन्होंने कैडेटों की बेहतरीन ड्रिल के लिए उनकी तारीफ की और इसे कड़े प्रशिक्षण, टीम वर्क और एनसीसी के आधारभूत मूल्यों का नतीजा बताया।

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