ईटानगर , अक्टूबर 21 -- अरुणाचल प्रदेश में तिरप जिले के खोनसा बाजार में सोमवार की देर रात दीपावाली उत्सव के दौरान पटाखों के कारण भीषण आग लगने से 21 दुकानें जलकर खाक हो गईं।
अधिकारियों ने कहा कि आग कल रात करीब 11:30 बजे लगी और तेज़ी से कई दुकानों में फैल गई। इससे स्थानीय लोगों एवं व्यापारियों में दहशत फैल गई। कुल 21 व्यावसायिक प्रतिष्ठान प्रभावित हुए, जिनमें से नौ दुकानें पूरी तरह नष्ट हो गईं और 12 को आंशिक नुकसान पहुंचा।
तिरप जिले के उपायुक्त टेचू ऐरन और अतिरिक्त उपायुक्त नमनीत सिंह ने तुरंत कार्रवाई के लिए समन्वय किया। अग्निशमन विभाग, 44 असम राइफल्स, 36 बटालियन सीआरपीएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय स्वयंसेवकों ने आग पर काबू पा लिया और उसे आस-पास के इलाकों में फैलने से रोक दिया। किसी भी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है। संपत्ति के नुकसान का विस्तृत आकलन अभी किया जा रहा है।
खोन्सा पूर्व के विधायक वांगलाम साविन ने उपायुक्त और अतिरिक्त उपायुक्त के साथ आज प्रभावित खोन्सा बाजार स्थल का दौरा किया।
श्री साविन ने घटना पर दुख जताया और आश्वासन दिया कि क्षति का आकलन पूरा होने के बाद राहत एवं मुआवजे का मुद्दा उच्च अधिकारियों के समक्ष उठाया जाएगा। उन्होंने क्षेत्र में अवैध बिजली चोरी पर तत्काल अंकुश लगाने की आवश्यकता पर भी बल दिया और घोषणा किया कि जल्द ही सभी घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में मीटर लगाए जाएंगे।
उपायुक्त ऐरन ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अधिकांश विक्रेता जिला प्रशासन द्वारा बार-बार दिए गए अग्निशामक यंत्र लगाने के निर्देशों का पालन करने में विफल रहे हैं। उन्होंने सभी दुकानदारों से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अग्नि सुरक्षा उपकरण लगाने का आग्रह किया।
उपायुक्त ने बाज़ार में अतिक्रमण कर सड़क किनारे बने शेड हटाने का भी निर्देश दिया ताकि आपात स्थिति में दमकल गाड़ियों के लिए रास्ता साफ़ हो सके। उन्होंने आश्वासन दिया कि ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) उचित सर्वेक्षण करेगा और प्रभावित व्यापारियों को आवश्यक राहत प्रदान करेगा।
डीडीएमओ एमिली टिंगखत्रा और अग्निशमन अधिकारी एसआई एमने न्गोमदिर ने आग को ज्यादा फैलने से रोकने के लिए अग्निशमन टीमों के समय पर हस्तक्षेप को श्रेय दिया।
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