ईटानगर , नवंबर 08 -- कांग्रेस की अरुणाचल प्रदेश इकाई ने आठ नवंबर को देश के आर्थिक इतिहास का 'काला दिवस' करार देते हुए कहा है कि इस दिन 2016 में नोटबंदी लागू करके मोदी सरकार ने लोगों को आर्थिक संकट में डाल दिया था।
उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार ने वर्ष 2016 में 8 नवंबर को नोटबंदी लागू करने की घोषणा की थी जिसके तहत उस समय 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कर प्रचलन से हटा दिये गये थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बोसीराम सिरम ने कहा कि भारत की 86 प्रतिशत मुद्रा को अमान्य करने का कदम लोगों से बगैर किसी परामर्श और योजना के उठाया गया, जिससे पूरे देश में आर्थिक व्यवधान, कठिनाई और संकट पैदा हुआ।
अरुणाचल कांग्रेस ने नोटबंदी को एक 'ऐतिहासिक विफलता' बताते हुए कहा कि इससे काला धन खत्म करने, भ्रष्टाचार समाप्त करने, आतंकवाद को धन मुहैया कराने और नकली मुद्रा को समाप्त करने के उद्देश्य कभी हासिल नहीं हुए जिनके बारे में सरकार की ओर दावे किये गये थे।
प्रदेश कांग्रेस ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 99.3 प्रतिशत बंद की गई मुद्रा बैंकिंग प्रणाली में वापस आ गई, जबकि नये नोट जारी होने के बाद भी नकली नोट फिर से सामने आ गये।
बयान में दावा किया गया कि नोटबंदी के फैसले का खामियाजा गरीबों, किसानों, दिहाड़ी मजदूरों और छोटे व्यापारियों को भुगतना पड़ा , जिसके परिणामस्वरूप नौकरियां खत्म हो गईं, बाजार पर असर पड़ा और आर्थिक अनिश्चितता फैल गई।
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