जयपुर , दिसम्बर 28 -- कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) एवं उसकी सरकार पर अरावली पर्वतमाला को खननकर्ताओं को सौंपने का प्रयास कर अरावली को समाप्त करने का काम करने का आरोप लगाते हुए इसे प्रदेश के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है।
श्री डोटासरा रविवार को यहां कांग्रेस स्थापना दिवस पर आयोजित विचार गोष्ठी में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अरावली पर्वतमाला की नई परिभाषा देकर प्रदेश के पर्यावरण संतुलन को दांव पर लगाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय वन मंत्री जो राजस्थान से ही आते हैं, ने पहले अलवर के सरिस्का क्षेत्र में खनन् चालू कराने के लिए बंद पड़ी खाने दुबारा शुरू हो सकें, इसलिये क्रिटिकल टाइगर हैबीटेट (सीटीएच) बदलने का निर्णय लिया था और अब अरावली पर्वतमाला को ही खनन् के हवाले करने के लिये कवायद की है जो कि भ्रष्टचार का सबसे बड़ा उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि यदि अरावली पर्वतमाला समाप्त हो गई तो प्रदेश में रेगिस्तान का विस्तार होगा, बरसात खत्म हो जायेगी और प्रदेशवासी आम जरुरतों को पूरा करने के लिय तरस जायेंगे। पूरे प्रदेश में अरावली पर्वतमाला की रक्षा के लिये और मनरेगा कानून के तहत् रोजगार के अधिकार के लिये जिला स्तर पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं, अधिकांश स्थानों पर हो चुके हैं जहां नहीं हुये, वहां अब होंगे, यदि कोई कांग्रेस कार्यक्रमों में कोताही बरतेगा तो उसे नोटिस देकर जवाब तलब किया जायेगा।
श्री डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भाजपा की केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा मनरेगा में रोजगार के अधिकार को छीनने तथा अरावली पर्वतमाला को समाप्त करने का षड़यंत्र कर रही है उसके खिलाफ जिला, ब्लॉक, मण्डल और बूथ स्तर पर जन जागरण अभियान चला रही है, इस जन जागरण अभियान में सभी कांग्रेसजनों एवं जनप्रतिनिधियों को पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल होना अनिवार्य है, यदि कोई व्यक्ति इसमें कोताही बरतेगा तो उससे प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जवाब-तलब किया जायेगा।
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