अयोध्या , अक्टूबर 04 -- उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रविवार को संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के तत्वावधान में रविवार को होने वाले ब्राह्मण महाकुंभ पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है।
सरकार के इस फरमान से नाराज ब्राह्मण समाज के संगठनों से आए हुए प्रतिनिधियों ने केंद्र व प्रदेश सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए ब्राह्मण महाकुंभ कार्यक्रम के स्थान पर यज्ञ करने का निर्णय लिया है।
संरक्षक कृपा निधान तिवारी ने कहा कि सनातन धर्म को मजबूत करने और देश भर के ब्राह्मण समाज के साथ-साथ सर्वण समाज के लोगों की गिर रही शैक्षिक आर्थिक स्तर को सुधारने और इस पर चिंतन मंथन करने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम पर रोक लगाकर शासन प्रशासन ने अंग्रेज सरकार को भी पीछे छोड़ दिया है।
नाराज ब्राह्मण संगठनों के प्रतिनिधियों ने देश और प्रदेश की भाजपा सरकारों को आगाह किया है कि इस तरह से ब्राह्मण समाज की गैर राजनीतिक एवं गैर जातीय कार्यक्रमों पर रोक लगाना अमानवीय है और इसकी घोर शब्दों में निंदा की जाती है। आगामी होने वाले चुनाव में इसका खामियाजा सरकार को अवश्य भुगतना पड़ेगा।
कार्यक्रम में भगवान परशुराम की मूर्ति पर फूल माला चढ़ाकर दीप प्रज्वलित कर देशभर के देश भर के ब्राह्मण संगठनों के संयुक्त संघर्ष समिति के संरक्षक पंडित कृपा निधान तिवारी ने आरती करके बैठक की शुरुआत किया। बैठक का संचालन द्वारिका प्रसाद पांडे जिला उपाध्यक्ष अखिल भारतीय चाणक्य परिषद ने किया।
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