अयोध्या , नवंबर 22 -- उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपने शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में जिले में व्यापक गृह संपर्क अभियान की शुरुआत की है।

भगवान राम के दर्शन के पश्चात प्रारंभ हुए इस अभियान को आरएसएस ने विश्व का सबसे बड़ा गृह संपर्क अभियान बताया है। इसका मुख्य उद्देश्य समाज के प्रत्येक वर्ग तक संघ का संदेश पहुँचाना और सामाजिक उत्थान के लिए जनभागीदारी को मजबूत बनाना है।

जिला कार्यवाह वेद प्रकाश के अनुसार यह कार्यक्रम शताब्दी वर्ष के तृतीय चरण के तहत चलाया जा रहा है। अभियान में संघ के स्वयंसेवक टोली वार जिला के विभिन्न मोहल्लों, गांवों और कस्बों में पहुंचकर लोगों से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर रहे हैं। जिले में लाखों घरों से संपर्क करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके लिए सभी खंडों में विशेष टीमें गठित की गई हैं।

मिल्कीपुर में खंड कार्यवाह आकाश ने बताया कि यह अभियान केवल साहित्य वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के साथ आत्मीयता, विश्वास और संवाद के बंधन को और मजबूत बनाने की पहल है। स्वयंसेवक घर-घर जाकर भारत माता का चित्र, संघ की विचारधारा, इतिहास और सेवा कार्यों से जुड़े साहित्य का वितरण कर रहे हैं।

अभियान के दौरान स्वयंसेवक नागरिकों की समस्याओं और जरूरतों को भी समझ रहे हैं, ताकि भविष्य में सेवा गतिविधियों को अधिक प्रभावी बनाया जा सके। संघ का कहना है कि इस पहल के जरिए समाज में सद्भाव, सुरक्षा भाव और संगठन की शक्ति को और प्रबल किया जाएगा। यह अभियान 21 दिसंबर तक जिलेभर में चलेगा। वितरित किए जा रहे साहित्य में संघ के 100 वर्षों की यात्रा, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी, नागरिक अनुशासन और सेवा कार्यों से जुड़े संदेश शामिल हैं।

अभियान की शुरुआत के साथ ही जिले में स्वयंसेवकों की सक्रियता और जनसंपर्क गतिविधियाँ और तेज हो गई हैं, जिससे शताब्दी वर्ष के इस विशेष आयोजन में व्यापक जन सहभागिता की उम्मीद जताई जा रही है।

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