वाशिंगटन , अक्टूबर 23 -- अमेरिकी सेना ने अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में कथित तौर पर आठवें मादक पदार्थ तस्कर जहाज को डुबो दिया, जिसके कारण दो लोगों की मौत हो गयी।
यह जानकारी अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने बुधवार को दी। यह प्रशांत क्षेत्र में इस तरह का पहला हमला था, जिसमें दो लोग मारे गए। उन्होंने एक्स पर में लिखा, "कल, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर युद्ध विभाग ने एक नामित आतंकवादी संगठन द्वारा संचालित एवं पूर्वी प्रशांत क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले एक जहाज पर घातक गतिज हमला किया।" उन्होंने ने जहाज पर मादक पदार्थ ले जाने और एक ज्ञात मादक पदार्थ तस्करी पारगमन मार्ग से गुजरने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा, "जैसे अल-कायदा ने हमारी मातृभूमि पर युद्ध छेड़ा था, वैसे ही ये कार्टेल हमारी सीमा और हमारे लोगों के खिलाफ युद्ध छेड़ रहे हैं। न कोई शरण मिलेगी, न कोई क्षमा, केवल न्याय।" उन्होंने मारे गए लोगों को 'नार्को-आतंकवादी' बताया है, लेकिन कोई सबूत नहीं दिया या समूह का नाम नहीं बताया है। श्री हेगसेथ ने कहा कि हमला अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में किया गया था।
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि यह हमला कोलंबिया के प्रशांत तट के पास हुआ। अमेरिका के रक्षा विभाग ने सितंबर से दक्षिणी कैरिबियन के अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में सात अभियान चलाए हैं, जिनमें से ज़्यादातर वेनेज़ुएला से अमेरिका में ड्रग्स की तस्करी के आरोपी जहाजों के खिलाफ थे। बुधवार तक कथित ड्रग तस्करी करने वाले जहाजों पर हाल ही में हुए अमेरिकी हमलों में मरने वालों की कुल संख्या कम से कम 34 हो गई है। हाल ही में अमेरिका और कोलंबिया के बीच संबंध बिगड़ गए हैं। इस महीने की शुरुआत में, कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने समुद्र में ड्रग संदिग्धों की हत्या के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन पर '"हत्या' का आरोप लगाया था। वहीं, श्री ट्रंप ने कोलंबिया को दी जाने वाली अमेरिकी सहायता में कटौती करते हुए दक्षिण अमेरिकी देश पर नए टैरिफ लगाने की धमकी दी थी।
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