बक्सर , अक्टूबर 25 -- लोक आस्था का पर्व छठ पूजा अमेरिका तक में धूमधाम से मनाया जा रहा है।

आज नहाय खाए के साथ बक्सर निवासी डॉ भारती तिवारी ने अमेरिका के पेंसिलवेनिया में अधिकांश प्रवासी बिहारी के साथ इस महापर्व छठ पूजा अनुष्ठान शुरु किया।

अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लाखों लोगों की भीड़ न सिर्फ गंगा घाट बल्कि स्थानीय पोखर तालाब तथा अपने घरों में बने कृतिम पोखर के समीप भी जुटेगी जहां एकमात्र प्रत्यक्ष देवता को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। आस्था के महापर्व की धूम न सिर्फ बक्सर बल्कि सात समुंदर पार अमेरिका में भी है।

अमेरिका के पेंसिलवेनिया में रहने वाली बक्सर जिले के सोनवर्षा निवासी शिवजी तिवारी के पुत्र फेफड़ा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर तारकेश्वर तिवारी तथा उनकी पत्नी डॉ भारती तिवारी अपने स्वजनों जनों के साथ इस वर्ष भी छठ पर्व मना रही हैं। इस बार उनके साथ उनके घर पर पहुंचकर अमेरिका में लोकगीतों से धूम मचा रही स्वाति पांडेय तथा उनके पति तरुण कैलाश लोक आस्था का महापर्व धूमधाम से मना रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से खरना का प्रसाद बनाने व ग्रहण करने की तस्वीरें साझा की हैं।

भारती तिवारी ने कहा कि वह पिछले 17 वर्षों से यहां छठ करती हैं जिसमें भारतीय मूल के लोगों के साथ-साथ विदेशी भी पहुंचते हैं और पूजन कार्य में सहयोग करते हुए प्रसाद ग्रहण करते हैं. प्रवासी भारतीयों में आस्था का महापर्व छठ मनाने का उत्साह चरम पर है।

अमेरिका में रह रहे प्रवासी भारतीयों को छठ पर्व आपसे में जोड़ने एवं सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने का एक अनूठा अवसर भी प्रदान करता हैं। प्रवासी भारतीयों में खासकर बिहार राज्य से जुड़े प्रवासी अमेरिकी बड़े उत्साह एवं सादगी से अपने परिवार सहित छठ पूजा का सामूहिक अनुष्ठान करते है।

दिलचस्प है कि अमरीकी बाजारों में छठ पूजा से जुड़े सभी सात्विक सामग्रियां सुलभ उपलब्ध हो जाती हैं।

अमेरिका में छठ पूजा का पावन पर्व मनाने वाले अमेरिकी कंपनियों के वरिष्ठ पेशेवर प्रवासी भारतीयों के अलावे ख्यातिप्राप्त चिकित्सक इंजीनियर आदि होते है।

छठ पूजा की रौनक छटा से स्थानीय अमेरिकी नागरिकों को भी यह पर्व पसंद आता है क्योंकि वास्तव में प्रकृति की उपासना सूर्य की उपासना, जीवन आदि की उपासना मानव सभ्यता की ही उपासना होती है।

बक्सर जिले के सोनबरसा निवासी शिवजी तिवारी के सुपुत्र तथा पेशे से चिकित्सक डॉ तारकेश्वर तिवारी तथा उनकी पत्नी डॉ भारती तिवारी श्रद्धा भाव से सपरिवार इस बार भी छठ मनाने की तैयारी में जुटी हुईं है।

चिकित्सक की पत्नी डॉ भारती तिवारी ने फोन पर आज बताया कि वे लोग करीब दो दशक से इस पर्व को अमेरिका के पेंसिलवेनिया में मना रहे हैं।

पेशे से फेफड़ा रोग विशेषज्ञ पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ तारकेश्वर तिवारी ने गहरी श्रद्धा एवं सादगी से अपनी पत्नी के साथ छठ महापर्व में सहयोग करते हैँ। अर्घ्य आदि देने का पुनीत कार्य वे स्वयं भी करते हैं और कई छठव्रतियों को भी अर्घ्य भगवान भास्कर को दिलाते हैं।

पारंपरिक छठ पूजा के परिधान एवं पूजा की पवित्रता को अक्षुण्ण रखते हुए बड़े ही पवित्रता व सादगी से पर्व मनाकर अन्य प्रवासी भारतीयों को अपनी देश की परंपरा और जड़ों से जोड़ देते हैं।

डॉ तिवारी ने बताया कि अमेरिका में छठ पूजा करने से उनके पिता शिवजी तिवारी और माताजी अत्यधिक प्रसन्न रहते हैं और यह भगवान भास्कर का ही आशीर्वाद हैं।

छठ के आयोजन के दौरान वे सभी सात्विक सामग्रियां लाकर जिसमें मूली से लेकर गाजर और अन्य मौसमी फलों को व्यवस्थित कर अपने पारंपरिक परिधानों में तिवारी दंपति अपने घर के ही स्विमिंग पूल में खड़े होकर भगवान भास्कर को अर्घ्य देते हैं।

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