श्री आनंदपुर साहिब , नवंबर 24 -- पंजाब सरकार ने श्री गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित विधानसभा का विशेष सत्र सोमवार को श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित किया। इस सत्र के दौरान पंजाब सरकार ने राज्य के तीन शहरों, अमृतसर वॉल्ड सिटी, तलवंडी साबो और श्री आनंदपुर साहिब को पवित्र शहर का दर्जा देने का फैसला किया है।

मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दशकों से लोग इन शहरों को पवित्र शहर का दर्जा देने की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सिखों के पांच तख्त हैं, जिनमें से तीन हरमंदिर साहिब, दमदमा साहिब और तख्त श्री केसगढ़ साहिब इन तीन शहरों अमृतसर, तलवंडी साबो और श्री आनंदपुर साहिब में हैं। उन्होने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित कार्यक्रमों के दौरान, पंजाब विधानसभा का यह विशेष सत्र श्री आनंदपुर साहिब की पवित्र धरती पर हो रहा है।

श्री केजरीवाल ने कहा कि पंजाब विधानसभा के इस सत्र को इतिहास में हमेशा के लिए यादगार बनाने के लिए, राज्य सरकार ने इन शहरों को पंजाब के पवित्र शहर घोषित किया है। उन्होने कहा कि इन शहरों में मीट, शराब, तंबाकू और दूसरे नशीले पदार्थों की बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि ये शहर सिर्फ़ धार्मिक केंद्र नहीं हैं, बल्कि हमारी सभ्यता की विरासत के प्रतीक भी हैं। इसलिए, यह मांग किसी एक राजनीतिक पार्टी, समुदाय या धर्म तक सीमित नहीं है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत को बचाने और दुनिया भर में बढ़ावा देने की दिशा में एक ज़रूरी कदम है।

आप नेताओं ने कहा कि गुरु साहिब ने अपने हाथों से श्री आनंदपुर साहिब शहर बसाने के लिए यहां ज़मीन खरीदी थी। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब के इकलौते बेटे श्री गुरु गोबिंद सिंह जी करीब तीस साल तक इस पवित्र ज़मीन पर रहे। उन्होने कहा कि इसी पवित्र ज़मीन पर गुरु गोबिंद सिंह जी ने ज़ुल्म, नाइंसाफ़ी के ख़िलाफ़ लड़ने और देश की रक्षा के लिए खालसा पंथ की स्थापना की थी। गुरु गोबिंद सिंह जी के चार बेटों में से तीन यहीं पैदा हुए थे, जिनकी कुर्बानी दुनिया के इतिहास में बेमिसाल है।

आप संयोजक और श्री मान ने कहा कि राज्य सरकार इन शहरों का पूरा विकास सुनिश्चित करेगी और इनमें धार्मिक टूरिज़्म को भी बढ़ावा देगी। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने पंजाब विधानसभा में यह प्रस्ताव पेश किया था, जिसे विधानसभा ने बिना किसी विरोध के पास कर दिया। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही, इन पवित्र शहरों में सभी धार्मिक संस्थानों से जुड़ी एक इंटरफेथ कमेटी बनाई जाएगी, जिसमें सभी धर्मों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

श्री मान ने कहा कि पंजाब सरकार इन पवित्र शहरों में विकास, सफ़ाई, सुरक्षा और धार्मिक टूरिज़्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार ज़रूरी बजट देगी और केंद्र सरकार से भी फंड मांगेगी, क्योंकि यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए इन शहरों की विरासत को बनाए रखने के लिए ज़रूरी है। उन्होने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी को श्रद्धांजलि के तौर पर, राज्य सरकार ने उनके 350वें शहीदी दिवस के मौके पर पूरे राज्य में कई कार्यक्रम किए हैं। उन्होंने कहा कि आज का सत्र इन्हीं इवेंट्स का हिस्सा था।

मुख्यमंत्री ने लोगों से गुरु साहिब द्वारा बताए गए इंसानियत के रास्ते पर चलने की अपील की। उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम आने वाले समय में भी जारी रहेंगे और पूरे देश में आयोजित किए जाएंगे।

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