नारायणपुर , नवंबर 05 -- छत्तीसगढ़ में नारायणपुर जिले के अति संवेदनशील एवं घोर नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षा बलों ने एक और बड़ी सफलता हासिल करते हुए मंगलवार को ग्राम कोंगे में एक नया सुरक्षा एवं जन सुविधा शिविर स्थापित किया।

पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि यह स्थान माओवादियों के शीर्ष नेताओं के लिए एक प्रमुख आश्रय स्थल (सेफ ज़ोन) के रूप में कुख्यात रहा है। यह नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में पिछले एक साल के भीतर खुला 13वां कैंप है।

इस नए शिविर की स्थापना नारायणपुर पुलिस की डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी), बस्तर फाइटर्स और बीएसएफ की 129वीं बटालियन के संयुक्त तत्वावधान में की गई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सोनपुर-कांदुलपार-सितरम एक्सिस में चल रहे सड़क निर्माण कार्य को सुरक्षा प्रदान करना और क्षेत्र में विकास के कार्यों को गति देना बताया जा रहा है।

इस मौके पर नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया ने आसपास के गांवों से आए सैकड़ों ग्रामीणों से रूबरू होकर उनकी समस्याओं को सुना। ग्रामीणों ने बिजली, पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी को रेखांकित किया। अधिकारियों ने इन समस्याओं के शीघ्र निवारण का आश्वासन दिया तथा ''नियद नेल्लानार'' योजना के तहत जल्द ही एक ''जन समस्या निवारण शिविर'' आयोजित करने की भी जानकारी दी।

स्थानीय निवासियों ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इससे उन्हें नक्सलियों के डर से मुक्ति मिलेगी और वे एक भयमुक्त जीवन जी सकेंगे। ग्रामीणों ने नक्सलवाद की कड़ी निंदा करते हुए इसके खात्मे और माओवादियों को किसी भी प्रकार का सहयोग न देने का संकल्प लिया।

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