चेन्नई , नवंबर 23 -- तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी पार्टी अन्नाद्रमुक ने 10 दिसंबर को अपनी जरूरी जनरल काउंसिल और एग्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग बुलाई है।
तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव 2026 में होने वाले हैं।
बैठक चेन्नई के वनागरम स्थित एक मैरिज हॉल में होगी और इसकी अध्यक्षता पार्टी प्रेसीडियम के चेयरमैन डॉ. ए. तमीज़्मनी हुसैन करेंगे।
हालांकि व्यावहारिक रूप से बैठक की कमान अन्नाद्रमुक के जनरल सेक्रेटरी और विपक्ष के नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी (ईपीएस) के हाथ में रहेगी। इस बैठक में गठबंधन की रणनीति, चुनावी तैयारियों के अलावा कई जरूरी फैसले और प्रस्ताव पारित होने की उम्मीद है।
यह बैठक ऐसे समय में बुलाई गई है जब पार्टी के कुछ जाने-माने चेहरे सत्तारूढ़ द्रमुक में चले गए हैं और वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री के.ए. सेंगोट्टैयन को पार्टी से निकाला जा चुका है। निकाले गए नेताओं में ओ. पन्नीरसेल्वम, दिवंगत नेता जयललिता की करीबी वी.के. शशिकला और उनके भतीजे तथा एएमएमके संस्थापक टीटीवी दिनाकरन शामिल हैं। कुछ कार्यकर्ता द्रमुक से मुकाबला करने के लिए इन नेताओं को फिर से पार्टी में शामिल करके एकता का झंडा बुलंद करने की मांग कर रहे थेहालांकि श्री ईपीएस ने इस मांग को साफ तौर पर खारिज कर दिया था, लेकिन पार्टी को मजबूत करने और एकजुट होकर अन्नाद्रमुक के रूप में चुनाव लड़ने के मकसद से जनरल काउंसिल बैठक में इस विषय पर चर्चा की संभावना है, ताकि द्रमुक के नेतृत्व वाले मजबूत गठबंधन का मुकाबला किया जा सके। द्रमुक ने हाल के सभी चुनाव भारी बहुमत से जीते हैं।
अन्नाद्रमुक की सबसे बड़ी नीतिगत निर्णय लेने वाली संस्था की यह पहली बैठक है, जब पार्टी ने द्रमुक को सत्ता से बेदखल करने की कोशिश में भाजपा के साथ अपने चुनावी रिश्ते फिर से शुरू किए हैं।
श्री ईपीएस ने रविवार को यहां जारी बयान में कहा, "मैं सभी पदाधिकारियों और फंक्शनरी से अनुरोध करता हूं कि वे बैठक में जरूर शामिल हों और अपना पूर्ण सहयोग दें।"श्री ईपीएस ने जोर दिया कि जनरल काउंसिल और ईसी बैठक का फोकस संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना, विभिन्न संगठनों के बीच समन्वय बढ़ाना और आने वाले राजनीतिक तथा जन-संपर्क अभियानों की तैयारी करना होगा।
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