बैतूल , दिसंबर 23 -- सतपुड़ा ताप विद्युत गृह, सारणी के 220 केवी सब स्टेशन के लिए लाया जा रहा 100 टन वजनी ट्रांसफार्मर बीते एक माह से घोड़ाडोंगरी टोल प्लाजा पर खड़ा धूल फांक रहा है। महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर से 12 अक्टूबर को रवाना हुआ यह भारी ट्राला 24 अक्टूबर को घोड़ाडोंगरी टोल प्लाजा पहुंचा था, लेकिन एमपीआरडीसी से आवश्यक परिवहन अनुमति नहीं मिलने के कारण आगे नहीं बढ़ सका।
टोल प्लाजा प्रबंधन द्वारा मार्ग में मौजूद कमजोर और पुरानी पुलियाओं का हवाला देते हुए ट्राले को रोक दिया गया है। बताया गया है कि घोड़ाडोंगरी से सारणी के बीच कुल तीन पुल पड़ते हैं, जिनमें दो छोटी और पुरानी पुलियाएं हैं, जबकि एक नया बड़ा पुल है। 100 टन से अधिक वजन होने के कारण इन पुलों को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई गई है।
वाहन चालक के अनुसार ट्रांसफार्मर सप्लाई कंपनी को स्थिति की जानकारी दे दी गई है। कंपनी के प्रतिनिधि पहले भोपाल जाकर परिवहन अनुमति लेने का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन वहां से अनुमति नहीं मिल सकी। इसके बाद अब मुंबई से अनुमति प्राप्त करने की प्रक्रिया चल रही है। अनुमति मिलने के बाद ही ट्रांसफार्मर को सतपुड़ा ताप विद्युत गृह, सारणी तक पहुंचाया जा सकेगा।
एक माह से टोल प्लाजा पर खड़े इस भारी ट्राले ने न केवल प्रशासनिक प्रक्रियाओं की धीमी गति को उजागर किया है, बल्कि सतपुड़ा ताप विद्युत गृह की बिजली परियोजनाओं में संभावित देरी को लेकर भी चिंताएं बढ़ा दी हैं।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित