अलवर , अक्टूबर 19 -- राजस्थान में अलवर का बाजार किसी समय राखियों के मामले में जाना जाता था, लेकिन अब सजावटी सामान के मामले में दुनिया के बाजारों में अलवर का नाम चमक रहा है।

राजस्थान की औद्योगिक राजधानी एवं एनसीआर का हिस्सा अलवर पर्यटन के साथ ही अब अपने सजावटी सामान के लिए भी देश दुनिया में खास स्थान रखने लगा है। अलवर में तैयार होने वाली चीजों की मांग लगातार बढ़ रही है। क्योंकि ये वस्तुयें स्वदेशी होती हैं। साथ ही चीनी वस्तुओं की तुलना में सस्ती, सुंदर और टिकाऊ रहती हैं।

यहां एक हजार तरह के बंदरवाल, लटकन, झालर, रंगोली, माला, स्टीकर सहित तरह-तरह की वस्तुयें कहीं पर आसानी से नहीं मिलती। वे सब अलवर में तैयार होती हैं। करीब एक हजार तरह के सजावटी सामान अलवर से देश के अलावा 18 अन्य देशों में निर्यात किये जाते हैं।

अलवर में तैयार होने वाले सजावटी सामान को साल भर महिलाएं तैयार करती हैं। इस काम में आठ से 10 हजार महिला, पुरुष, बच्चे जुड़े हुए हैं, जो घरों में रात दिन सजावटी सामान तैयार करते हैं। दीपावली के मौके पर घर को सजाने के लिए इन सजावटी सामान की आवश्यकता होती है। इसलिए दिवाली से दो महीने पहले देश दुनिया के खरीददार अलवर पहुंचने लगते हैं। अलवर से यह सामान दुनिया के कोने में जाता है। कुछ वर्षों तुलना में इन सामान की मांग कई गुना ज्यादा बढ़ी है।

इस व्यापार से जुड़े लोगों ने बताया कि हजारों तरह की वस्तुयें अलवर में तैयार होती हैं। एक वस्तु के सेंकड़ों प्रकार बनते हैं। कारखानों के अलावा घरों में भी महिलाएं इन सजावटी सामानों को तैयार करती हैं। दिवाली एवं शादी में उनकी खास मांग रहती है। दिवाली के मौके पर फुटपाथ बाजार के दुकानदार भी सामान खरीदते हैं और इनको बाजार में बेचते हैं। इस बार दिवाली पर सजावटी सामान की मांग ज्यादा है। लोग खरीदारी करने के लिए बाजार पहुंच रहे हैं और जमकर खरीदारी कर रहे हैं।

अलवर में बंदरवाल, लटकन, झालर, रंगोली, माला, स्टीकर, रंग-बिरंगे फूलों की माला गुलदस्ता दीपक दीवार की लाइट्स, मोमबत्ती छोटे दिए, टेबल डेकोर, डायनिंग एरिया, किचन, लिविंग रूम में लगने वाली चीज सहित विविध वस्तुयें तैयार होती हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित देश के तमाम मंत्री, नेता, अभिनेता सभी स्वदेशी सामान अपनाने का आह़वान कर चुके हैं। अब दिवाली के मौके पर इसका असर भी नजर आने लगा है। सजावटी सामान का नाम आते ही राजस्थान के अलवर की चर्चा होने लगती है। अलवर से सजावटी सामान देश दुनिया में आपूर्ति किया जाता है।

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