लखनऊ, सितम्बर 30 -- मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में अक्टूबर माह में सामान्य से अधिक न्यूनतम तापमान और औसत से अधिक वर्षा की संभावना जताई है। विभाग के अनुसार इस साल एक जून से 30 सितम्बर तक प्रदेश में कुल 701.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो दीर्घकालिक औसत 746.2 मिमी से छह फीसद कम है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ एके सिंह ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मानसून सामान्य से 12 फीसद अधिक सक्रिय रहा और 752.5 मिमी बारिश दर्ज हुई जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में औसत से 17 फीसद कम केवल 666 मिमी वर्षा हुई। इस अवधि में 30 जिलों में सामान्य, 27 जिलों में सामान्य से कम, 13 जिलों में सामान्य से अधिक, 2 जिलों में बहुत अधिक और 3 जिलों में बहुत कम बारिश दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 18 जून को प्रदेश में प्रवेश किया था और 26 सितम्बर तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश भाग से लौट गया। हालांकि बंगाल की खाड़ी में बने निम्नदाब क्षेत्र और अक्टूबर के शुरुआती दिनों में संभावित अन्य सिस्टम के चलते पूर्वी यूपी में मानसून की वापसी में देरी हो सकती है।
डा सिंह ने बताया कि प्रशांत महासागर में तटस्थ अल-निनो परिस्थितियाँ अब थोड़े समय के लिए ला-नीना में बदल सकती हैं। साथ ही हिंद महासागर में कमजोर नकारात्मक परिस्थितियाँ बनी हुई हैं। इसके असर से अक्टूबर में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा और न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक जबकि पश्चिमी हिस्से में सामान्य से कम रहने की उम्मीद है।
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