चंडीगढ़ , अक्टूबर 24 -- शिरोमणि अकाली दल ने शुक्रवार को पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) के समक्ष तरनतारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डाॅ रवजोत कौर ग्रेवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी और उन पर अकाली नेतृत्व और कार्यकर्ताओें को तरनतारन उपचुनाव में प्रचार करने से रोकने के लिए झूठी और आधारहीन प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।

अकाली दल कानूनी शाखा के प्रमुख अर्शदीप सिंह कलेर ने अपनी शिकायत में कहा कि अकाली दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं को चुनाव प्रचार करने से रोकने के लिए धारा 126/169 बीएनएस के तहत नोटिस जारी किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तरनतारन उपचुनाव में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी द्वारा पुलिस प्रशासन का गलत उपयोग किया जा रहा है।

श्री कलेर ने कहा कि उन्होंने पहले आदर्श आचार संहिता लागू होने से ठीक पहले जिला तरनतारन में दो पुलिस उपाधीक्षक जगजीत सिंह और श्री सुखबीर सिंह की तैनाती के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गयी। उन्होंने कहा कि ज्यादातार नयी प्राथमिकी में अकाली नेताओं को गलत तरीके से नामित किया जा रहा है, जो विपक्ष के अभियान को रोकने की जानबूझकर साजिश का स्पष्ट संकेत देता है। उन्होंने बताया कि हाल ही में गांव दोधे के मौजूदा सरपंच वरिंदर सिंह और अकाली दल की उम्मीदवार बीबी सुखविंदर कौर रंधावा के निजी सहायक मनप्रीत सिंह के खिलाफ गलत शिकायत दर्ज की गयी है। उन्होंने कहा कि प्रभजीत सिंह नाम के एक कार्यकर्ता को उसकी फारचूनर मार सहित सीआईए स्टाफ ने अगवा कर लिया है और उसका कोई अता-पता नहीं है।

अकाली नेता ने कहा कि अगर पुलिस को एक ही राजनीतिक पार्टी के खिलाफ हथियार बनाया जायेगा, तो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं होगा। उन्होंने डाॅ रवजोत कौर ग्रेवाल और दोनों पुलिस उपाधीक्षकों को तरनतारन से तत्काल तबादला करने या चुनाव संबंधी कार्रवाई में उनकी भूमिका को सीमित करने की मांग की, ताकि किसी भी तरह के प्रभाव या पक्षपात को रोका जा सके। उन्होंने पिछले नगर निगम चुनावों के दौरान पुलिस कार्रवाई, पोस्टिंग और प्राथमिकी की जांच के लिए एक स्वतंत्र नोडल अधिकारी की नियुक्ति की मांग की है।

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