तरनतारन , अक्टूबर 27 -- शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने सोमवार को कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) ने शिअद उम्मीदवार की पुत्री कंचनप्रीत कौर और अकाली कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करके लोकसभा चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली है। पार्टी उम्मीदवार प्रिंसिपल सुखविंदर कौर रंधावा के पक्ष में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सांसद ने लोगों से अपील की कि वे धर्मी फौजी परिवार का समर्थन करें, जो समाज सेवा के लिए प्रतिबद्ध है।

दिल्ली की सभी पार्टियों को एक साथ और अकाली दल के खिलाफ एकजुट बताते हुए, श्रीमती बादल ने लोगों से अपनी क्षेत्रीय पार्टी का समर्थन करने की अपील की ताकि उन सभी पंजाब विरोधी ताकतों को स्पष्ट संदेश दिया जा सके जो अपने संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थों के लिए पंजाबियों को बांटने पर तुली हैं।

उन्होंने कहा, " मैं आपसे अपील करती हूं कि चुनाव मैदान में मौजूद सभी पार्टियों का मूल्यांकन करें। आपने देखा है कि पिछली कांग्रेस सरकार ने किसानों के कर्ज माफ करने से कैसे इनकार किया था। आप सरकार की कार्यप्रणाली, जिसमें किसानों को मुआवजा और युवाओं को नौकरी न देने के अलावा बड़े पैमाने पर अराजकता फैली हुई है, भी आपके सामने है।"तरनतारन उपचुनाव में सत्य और असत्य के बीच मुकाबला बताते हुए श्रीमती बादल ने कहा, " आपको कांग्रेस और आप दोनों ने लगातार धोखा दिया है। हाल ही में आई विनाशकारी बाढ़ के दौरान इनमें से किसी भी पार्टी ने आपका समर्थन नहीं किया। अकेले शिरोमणि अकाली दल ने किसानों तक पहुंचकर तत्काल सहायता प्रदान की तथा एक लाख एकड़ भूमि में बुवाई के लिए प्रमाणित गेहूं के बीज वितरित किये।"श्रीमती बादल ने बताया कि कैसे आप ने पंजाब की महिलाओं से झूठे वादे किये और उन्हें धोखा दिया। उन्होंने कहा, " सभी महिलाओं को आप के प्रतिनिधियों से कहना चाहिए कि वोट मांगने से पहले उनके खातों में 45,000 रुपये जमा करवायें, क्योंकि चार साल पहले उन्होंने उन्हें 1,000 रुपये प्रति माह देने का वादा किया था।"श्रीमती बादल ने कहा कि अकाली दल ने पहले भी अपनी सरकार के दौरान सीमावर्ती क्षेत्र के लिए कई विकास योजनायें लागू की थीं। पार्टी कंटीली तारों की बाड़ के पार ज़मीन जोतने वाले किसानों को मुआवज़ा दिलाने के लिए ज़िम्मेदार है। यह संपर्क सड़कों और मंडियों के नेटवर्क के अलावा आटा-दाल, वृद्धावस्था पेंशन और शगुन जैसी नवीन सामाजिक कल्याण योजनाओं के लिए भी ज़िम्मेदार है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के दौरान सभी सामाजिक कल्याण योजनायें या तो बंद कर दी गयी हैं, या उन पर भारी प्रतिबंध लगा दिये गये हैं। इससे समाज के गरीब और वंचित वर्गों को अकल्पनीय दुखों का सामना करना पड़ा है।

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