कुशीनगर , अक्टूबर 24 -- अंतरिक्ष विज्ञान में युवाओं की दिलचस्पी बढ़ाने के उद्देश्य से कुशीनगर में 27 अक्टूबर से इन-स्पेस मॉडल रॉकेट्री- कैनसेट इंडिया स्टूडेंट कंप्टीशन-2025 का आयोजन किया जायेगा जिसमें 600 युवा वैज्ञानिकों के साथ 120 वरिष्ठ वैज्ञानिक मंच साझा करेंगे।

केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था पांच गुना बढ़कर 44 बिलियन डॉलर तक पहुंचे। इस दिशा में भाजपा सांसद शशांक मणि के प्रयास से 27 से 30 अक्टूबर तक यह चार दिवसीय आयोजन देश भर के 600 युवा वैज्ञानिक एवं 120 वरिष्ठ वैज्ञानिकों को एक मंच पर ला रहा है। इस प्रतियोगिता का आयोजन इसरो, इन-स्पेस और एएसआई जैसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिक संस्थानों के सहयोग से हो रहा है जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार भी सक्रिय भूमिका निभा रही है।

इस प्रतियोगिता का प्रमुख उद्देश्य पूर्वांचल के जिलों में अंतरिक्ष विज्ञान में युवाओं की जागरूकता बढ़ाना तथा स्थानीय कॉलेजों में साइंस-टेक, इंजीनियरिंग, मैथ्स (एसटीईएम) शिक्षा को बढ़ावा देना है। यह आयोजन युवाओं को स्पेस टेक, इलेक्ट्रॉनिक्स, डाटा एनालिटिक्स, इंजीनियरिंग और डिज़ाइन जैसे हाई-टेक क्षेत्रों में सीधे स्किल डेवलपमेंट का अवसर देगा। इन नवाचारों से युवाओं को रोजगार एवं उद्यमिता के नए अवसर मिलेंगे। कृषि और पर्यावरण में अंतरिक्ष तकनीक के उपयोग के प्रति किसान जागरूक होंगे। जिससे भविष्य में उपग्रह तकनीक की मदद से किसानों को मौसम, जल प्रबंधन और फसल निगरानी में बेहतर तकनीक मिल सकेगी।

सांसद देवरिया शशांक मणि ने बताया कि इस आयोजन से अंतरिक्ष के क्षेत्र में गांवों की सहभागिता और नवाचार की भावना को बढ़ावा मिलेगा। जिससे स्थानीय से वैश्विक सोच को प्रोत्साहन मिलेगा। कुशीनगर व देवरिया जैसे जिले टियर-3 श्रेणी में आते हैं। जबकि टियर-1 बड़े महानगर तथा टियर-2 उनसे छोटे महानगरों की श्रेणी में आते हैं। लोकसभा क्षेत्र में इस प्रकार का आयोजन टियर-3 जिलों की प्रतिभाओं को अंतरिक्ष मिशन के प्रति प्रोत्साहित करेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में मददगार साबित होगा।

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