सुकमा , अक्टूबर 11 -- छत्तीसगढ़ के सुकमा कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन में अकांक्षी जिला सुकमा ने अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बालिकाओं के सम्मान, सुरक्षा और सशक्तिकरण को केंद्र में रखते हुए विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया।
इस अवसर पर जिले के विभिन्न विद्यालयों एवं ग्राम पंचायतों में आयोजित इन कार्यक्रमों में जनजागरूकता रैली, रंगोली एवं चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं।
इन आयोजनों के माध्यम से बालिकाओं को 'गुड टच-बैड टच' की समझ, महिला सुरक्षा से जुड़ी सरकारी योजनाओं की जानकारी, और हेल्पलाइन नंबरों (1098, 112, 181) की उपयोगिता से अवगत कराया गया। शिक्षा विभाग, पंचायत प्रतिनिधियों, शिक्षकों, ग्रामीणों, छात्राओं और अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रमों को विशेष बनाया।
जिला कलेक्टर के मुताबिक,"हमारा उद्देश्य न केवल बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है, बल्कि उनमें आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता का संचार करना भी है। आज के ये कार्यक्रम इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।"कार्यक्रम में एलएसडीजी थीम पर आधारित 'महिला-हितैषी पंचायत' की अवधारणा पर भी चर्चा की गई, जिससे प्रतिभागियों को सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की बेहतर समझ प्राप्त हुई। एस्पिरेशन इंडिया कॉलेबोरेटिव टीम के तकनीकी सहयोग से आयोजित इन कार्यक्रमों ने बालिका सशक्तिकरण के प्रति सामूहिक संकल्प को और मजबूती प्रदान की। सभी उपस्थित लोगों ने बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और समान अवसर सुनिश्चित करने का संकल्प दोहराया।
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