शिमला, सितंबर 27 -- हिमाचल प्रदेश पुलिस ने आगामी दो अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव को लेकर सुरक्षा की व्यापक तैयारी की है।
पुलिस की ओर से शनिवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक तिवारी ने राज्य के लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और ऐतिहासिक त्योहार के लिए लगाए गए बहुस्तरीय सुरक्षा तंत्र की रूपरेखा की जानकारी दी।
श्री तिवारी ने बताया कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी आमद की उम्मीद के मद्देनजर पुलिस सार्वजनिक सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और सांप्रदायिक सद्भाव को प्राथमिकता दे रही है। निर्बाध समन्वय सुनिश्चित करने के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी), सेंट्रल रेंज (सीआर), मंडी राहुल नाथ को सभी त्योहार व्यवस्थाओं का समग्र प्रभारी नियुक्त किया गया है। मुख्य मेला मैदान और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा तैनाती का प्रबंधन कमांडेंट, तृतीय भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबीएन) पदम चंद करेंगे। डीआईजी-सीआर मंडी, उत्सव के समापन तक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) के माध्यम से डीजीपी को दैनिक संक्षिप्त विवरण और रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे।
डीजीपी ने सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर ज़ोर देते हुए सभी प्रतिभागियों से ज़िम्मेदारी के साथ उत्सव मनाने और नशीली दवाओं की तस्करी, छेड़छाड़, वित्तीय धोखाधड़ी, या सार्वजनिक सुरक्षा के लिए किसी भी अन्य खतरे सहित किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देकर पुलिस की सहायता करने की अपील की। पुलिस ने सकारात्मक पुलिस-समुदाय संपर्क को बढ़ावा देने के लिए सभी कर्मियों से विनम्र और पेशेवर व्यवहार सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जताई है। सुरक्षा योजना में स्वयंसेवकों के सहयोग से आईआरबीएन और स्थानीय पुलिस के पर्याप्त पुलिसकर्मियों की तैनाती शामिल है। भीड़ की आवाजाही पर नज़र रखने के लिए चौकियाँ, बैरिकेड और सीसीटीवी निगरानी का इस्तेमाल किया जाएगा।
समर्पित आपातकालीन प्रतिक्रिया दल, चिकित्सा सहायता केंद्र और आपदा प्रबंधन इकाइयाँ तैयार रहेंगी। यातायात नियंत्रण और निकासी योजना पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। क्षेत्र में हाल ही में बादल फटने और भारी बारिश की घटनाओं को देखते हुए पुलिस भूस्खलन और बाढ़ संभावित क्षेत्रों पर निरंतर नज़र रखेगी। सभी अस्थायी बुनियादी ढाँचों को सुदृढ़ किया जाएगा और किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखा जाएगा।
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