दुबई , नवंबर 06 -- अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अंडर-19 पुरुष विश्व कप के प्रारूप में कोई बदलाव न करने का फैसला किया है - यह 50 ओवर का ही रहेगा। यह निर्णय बुधवार को मुख्य कार्यकारी समिति (सीईसी) की बैठक में लिया गया, जहां इस बात पर भी व्यापक सहमति बनी कि विश्व निकाय को मोबाइल गेमिंग में खिलाड़ियों के नामकरण और छवि अधिकारों को लेकर विश्व क्रिकेटर्स संघ (डब्ल्यूसीए) से बातचीत करने की आवश्यकता नहीं है।
डब्ल्यूसीए की भागीदारी पर औपचारिक निर्णय आईसीसी बोर्ड द्वारा शुक्रवार को लिया जाएगा, जो दुबई में चल रही तिमाही बैठक का अंतिम दिन है। हालांकि, बुधवार को मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) आईसीसी द्वारा जल्द ही शुरू किए जाने वाले गेमिंग प्रोजेक्ट में डब्ल्यूसीए को शामिल करने के पक्ष में नहीं दिखी।
सीईसी ने संकल्प लिया कि अंडर-19 विश्व कप एकदिवसीय प्रारूप में ही खेला जाता रहेगा। विशेष रूप से एसोसिएट सदस्यों की ओर से यह मांग की गई थी कि जूनियर विश्व कप महिला वर्ग की तरह ट्वंटी-20 प्रारूप में खेला जाए, लेकिन यह निर्णय लिया गया कि इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। आईसीसी के पूर्ण सदस्य यथास्थिति बनाए रखने के पक्ष में थे। टूर्नामेंट के पिछले 18 संस्करण 50 ओवरों के रहे हैं। 19वां संस्करण अगले साल नामीबिया और ज़िम्बाब्वे में खेला जाएगा।
टेस्ट मैचों में स्टॉप-क्लॉक नियम जैसे अन्य क्रिकेट संबंधी मुद्दों पर भी चर्चा हुई। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) संजोग गुप्ता ने खेल के भविष्य के रास्तों पर एक प्रस्तुति दी और डेटा के मुद्रीकरण पर कुछ बिंदु रखे - एक ऐसा क्षेत्र जहां आईसीसी को राजस्व की अपार संभावनाएँ दिखाई देती हैं।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित