नई दिल्ली, अक्टूबर 30 -- कुछ साल पहले तक स्ट्रोक की समस्या सिर्फ उम्रदराज लोगों को ही अपना शिकार बनाती थी। लेकिन आज युवाओं और बच्चों में भी स्ट्रोक के मामले देखने-सुनने को मिल रहे हैं। दरअसल, भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल ने कई गंभीर रोगों का जोखिम बढ़ा दिया है। वर्तमान समय में लोग देर रात तक लैपटॉप और मोबाइल पर अपना समय बिता रहे हैं, बढ़ते तनाव के साथ अनहेल्दी फूड के प्रति लगाव और पूरी नींद नहीं लेने जैसे आदतों की वजह से लोगों के बीच स्ट्रोक के मामले बढ़ रहे हैं। दुनियाभर में हर साल 29 अक्टूबर को वर्ल्ड स्ट्रोक डे 2025 मनाया जाता है। विश्व स्ट्रोक दिवस 2025 का खास दिन लोगों को स्ट्रोक की रोकथाम, इलाज और उसके गंभीर प्रभाव के बारे में जागरूक करने के लिए मनाया जाता है।विश्व स्ट्रोक दिवस 2025 का इतिहास विश्व स्ट्रोक दिवस की शुरुआत कनाडा के वैंकूवर ...