नई दिल्ली, फरवरी 15 -- घोड़ों को इंसान का सबसे अच्छा दोस्त माना जाता है। घोड़ों की दम पर ही आदमी ने सालों-साल युद्ध लड़े यात्राएं कीं। अभी भी कई लोग कारों और पेट्रोल गाड़ियों के युग में घोड़ों को पालना पसंद करते हैं। ऐसा ही एक घोड़ा चीन में था, जिसने अपने मालिक के आदेश पर एक व्यक्ति की जान बचाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं की। यह कहानी ठीक भारत के महान सपूत महाराणा प्रताप के घोड़े की तरह है। महाराणा प्रताप के घोड़े का नाम चेतक था। उसने भी अपने मालिक की जान बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी थी। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक घोड़े ने पानी से अपने मालिक को बचा लिया लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसके बाद कुछ दिनों बाद उसकी बीमारी की वजह से मौत हो गई। सफेद रंग के घोड़े की उम्र केवल सात साल थी, मालिक उसे प्यार से...
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