नई दिल्ली, अक्टूबर 9 -- हिंदू धर्म में करवा चौथ के व्रत को प्रेम और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। कार्तिक माह का ये सबसे महत्वपूर्ण व्रत है। हर साल इस महीने की कृष्ण पक्ष की चौथी तिथि को करवा चौथ मनाते हैं। इस साल की करवा चौथ 10 अक्टूबर को है। इस व्रत में सुहागिनें पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। शाम में चंद्रदेव और करवा माता की पूजा के साथ ही इस व्रत को खोलने की परंपरा है। इस व्रत की शुरुआत करवा चौथ की सुबह की सरगी से होती है। सास अपनी बहुओं को सरगी देती हैं, जिसमें सूखे मेवों, फल और मिठाइयों के साथ-साथ साज श्रृंगार का सामान होता है। सरगी खाकर ही सुहागिनें व्रत की शुरुआत करती हैं और व्रत का प्रण लेती हैं। वास्तु में भी करवा चौथ से संबंधित कई नियम बताए गए हैं। वहीं सरगी को लेकर भी कुछ नियम हैं।इस दिशा में खाएं सरगी शास्त्र...