नई दिल्ली, अप्रैल 23 -- अप्रैल यानी वैशाख मास में वरुथिनी एकादशी का व्रत 24 अप्रैल को रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। व्रत रख रहे हैं, तो इस कथा को जरूर पढ़ें वरूथिनी एकादशी की व्रत कथा : महाराज युधिष्टि्र ने श्री कृष्ण से कहा, हे भगवान आप मुझे कोईऐसा व्रत का विधान जिससे पुष्य मिले। तब भगवान कृष्ण ने कहा, हे रोजेश्वर, ऐसे व्रत का नाम वैशाख मास की वरुथिनि एकादशी है। यह सौभाग्य देने वाली और सभी पापों को नष्ट करने वाली है। इस एकादशी पर व्रत करने से 10,000 सालों तक तप करने के बराबर फल मिलता है। जो फल सूर्यग्रहण के समय एक लाख भार के स्वर्ण के दान करने से मिला हैवो इस व्रत को रखने से मिल जाता है। ऐसा कहा जाता है कि हाथी दान, घोड़े के दान से, स्वर्णदान अन्न के दान से और अन्न दान के बराबर कोई दान श्रेष्ठ नहीं माना जाता है। अन्न...