नई दिल्ली, नवम्बर 13 -- मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी कहा जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी को सबसे पवित्र व्रत माना जाता है। एकादशी व्रत में विधि-विधान से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि उत्पन्ना एकादशी का व्रत भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाला माना जाता है और यह व्रत आरोग्य, संतान प्राप्ति और मोक्ष का भी मार्ग खोलता है। पुराणों के अनुसार, एकादशी देवी की उत्पत्ति इसी तिथि को हुई थी। इसलिए इस व्रत का नाम "उत्पन्ना" पड़ा। ऐसा कहा गया है कि देवी एकादशी ने ही असुरों का नाश किया और देवताओं की रक्षा की। इस बार कब पड़ेगी उत्पन्ना एकादशी- हिंदू पंचांग के अनुसार उत्पन्ना एकादशी 2025 15 नवंबर को मनाई जाएगी। इसी दिन व्रत रखा जाएगा और अगले दिन व्रत का पारण किया जाएगा। इ...