नई दिल्ली, अगस्त 13 -- ऑपरेशन 'सिंदूर' में भारतीय सेना के हाथों मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान ने अमेरिका की तरफ दोस्ती के कदम बढ़ाने तेज कर दिए हैं। यह किसी से नहीं छिपा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शांति का मसीहा और नोबल शांति पुरस्कार की पैरवीं करने वाला पाकिस्तान अपने हित साध रहा है। अमेरिका और पाकिस्तान के बीच इस अनोखी दोस्ती को लेकर ऑस्ट्रियाई सैन्य विश्लेषक टॉम कूपर ने तीखा तंज कसा है। कूपर ने इसे "मूर्खतापूर्ण" बताते हुए आरोप लगाया कि इस्लामाबाद, ट्रंप की 'शांति दूत' वाली छवि के लिए दिखावटी नजदीकियां बढ़ा रहा है। कूपर ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से वाइट हाउस और इस्लामाबाद के रिश्ते वाकई ऐसे हैं, जैसे पांच-छह साल के दो छोटे बच्चे यह बहस कर रहे हों कि किसका पिता ज्यादा ताकतवर है। यह भी पढ़ें- खुद के पाले आतंकियों से परेशान प...