नई दिल्ली, जुलाई 31 -- यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाएं जांचने वाले शिक्षकों की लापरवाही का आलम यह है कि छात्र-छात्राओं का भविष्य संकट में पड़ जाए। मानदेय के चंद रुपये के लिए हड़बड़ी में कॉपी जांचने वाले शिक्षकों ने परीक्षा में दस नंबर तक कम कर दिए। इन परीक्षार्थियों के आवेदन पर स्क्रूटनी (सन्निरीक्षा) में शिक्षकों की लापरवाही का खुलासा हुआ है। यूपी बोर्ड के प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय के अधीन जिले से हाईस्कूल परीक्षा में सम्मिलित एक छात्र को अंग्रेजी में 35 नंबर मिलने चाहिए थे लेकिन परीक्षक ने उत्तरपुस्तिका पर 25 अंक ही चढ़ाए थे। इसी प्रकार सामाजिक विषय में 36 नंबर पाने वाले को कॉपी पर 28 नंबर दिए गए थे। चित्रकला में एक छात्र को 39 अंक मिलने चाहिए थे लेकिन परीक्षक ने 29 नंबर ही दिए थे। एक अन्य छात्र को अंग...