मुख्य संवाददाता, दिसम्बर 18 -- उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के नए अध्यक्ष पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार के समक्ष जल्द से जल्द उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) भी कराने की चुनौती है। शिक्षक पात्रता परीक्षा चार साल से नहीं हुई है। टीईटी 2021 का पेपर लीक होने के कारण 21 जनवरी 2022 को फिर से करानी पड़ी थी। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से आयोजित इस परीक्षा का परिणाम आठ अप्रैल 2022 को घोषित हुआ था। सरकार ने टीईटी कराने की जिम्मेदारी भी नए आयोग को सौंपी है। आयोग ने वैसे तो 29 और 30 जनवरी को टीईटी की तिथियां प्रस्तावित की है लेकिन अब इतने कम समय में परीक्षा कराना मुमकिन नजर नहीं आ रहा। सुप्रीम कोर्ट के परिषदीय शिक्षकों के टीईटी अनिवार्यता संबंधी आदेश के बाद बड़ी संख्या में शिक्षकों को टीईटी का इंतजार है।असिस्टेंट प्र...