नई दिल्ली, नवम्बर 5 -- अधिकारियों का कहना है कि फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से संस्थानों की एनओसी प्रक्रिया में देरी और कोर्ट में मामला जाने की वजह से फार्मेसी की काउंसलिंग काफी देर से शुरू हुई। एक वर्ष खराब होने की वजह से अभ्यर्थियों ने विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में संचालित फार्मेसी पाठ्क्रमों में दाखिल ले लिया है। पॉलिटेक्निक के 19 अलग-अलग ग्रुप की प्रवेश परीक्षा में 4,25, 993 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 3,31,193 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। इसमें से 3,31,174 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। पॉलीटेक्निक के दूसरे पाठ्यक्रमों की काउंसलिंग पूरी होकर पढ़ाई शुरू हो गई है, लेकिन फार्मेसी की अभी काउंसलिंग चल रही है। लगातार तीसरे वर्ष संस्थानों में भारी संख्या में सीटें खाली जा रही हैं। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव संजीव सिंह ने बता...