देहरादून, सितम्बर 28 -- उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा को लेकर प्रदेश में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि आंदोलित युवाओं को एसआईजी जांच रिपोर्ट आने की प्रतीक्षा करनी चाहिए। दूसरी तरफ भाजपा सांसद और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सीबीआई जांच का जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर युवाओं की यही मांग है, तो इसमें कुछ गलत नहीं है। शनिवार को मीडिया कर्मियों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि वो अपने जीते जी किसी नकल माफिया को उत्तराखंड के युवाओं के हक नहीं छीनने देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में एसआईटी ने जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रत्येक जिले में जाकर एसआईटी अधिकारी जन संवाद कर अभ्यर्थियों और आमजन की शिकायत-सुझाव को लेंगे। इसकी शुरूआत आज हरिद्वार स...