नई दिल्ली, फरवरी 10 -- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 16 जनवरी को अंतरिक्ष में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (स्पैडेक्स) के तहत अपना पहला अंतरिक्ष डॉकिंग मिशन सफलतापूर्वक पूरा किया था। भारत इस ऐतिहासिक सफलता से अमेरिका, रूस और चीन के बाद इस तकनीकी मील के पत्थर को हासिल करने वाला विश्व स्तर पर चौथा देश बन गया है। हाल ही में स्पैडेक्स को लेकर तकनीकी समस्याओं से जुड़ी खबरें सामने आ रही हैं। आखिरकार इसरो ने इस पर चुप्पी तोड़ी है। इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने स्पष्ट किया कि जनवरी में अंतरिक्ष में डॉकिंग के बाद से एक इकाई के रूप में कार्य कर रहे दो उपग्रह - चेज़र और टारगेट - पूरी तरह सुचारू रूप से काम कर रहे हैं। इसरो प्रमुख ने कहा, कोई गड़बड़ी नहीं है, अभी यह डॉक किया हुआ है। हम एक-एक कदम बढ़ा रहे हैं। ...
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